–मेहदीगंज में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए खड़ी फसल में चला दी हार्वेस्टर, कम मुआवजा राशि और उपजाऊ भूमि ख़राब होने का लगाया आरोप,
वाराणसी/ मिर्जामुराद.
क्षेत्र के मेहदीगंज गाँव में 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसभा के लिए मंच बनाने के साथ ही खेतों के समतलीकरण के कार्य किया जा रहा है। रविवार को संबंधित एनएचएआई और तहसील के अधिकारी यहाँ के किसानों के खेत में पहुंचे। जहां पर हार्वेस्टर की सहायता से खेत में जनसभा के लिए खड़ी फसल को कटवा कर किसानों के घर पहुँचा दिया गया और खेतों के मिट्टी निकाल कर समतलीकरण किया जा रहा है। किसान पुनवासी पटेल और दया मालिक ने बताया कि मेरे खेतों को जनसभा के लिए चयन किया गया था। जिसके संबंध में संबंधित अधिकारियों ने उचित मुआवजा देने की बात कही थीं। लेकिन सोमवार को प्रति बीघा 10 कुंतल प्रति कुंटल केवल ₹ 1940 का चेक देकर खेत में काम चालू कर दिया। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हार्वेस्टर से मेरे खेत में खड़ी धान की फसल काटा जा रहा है और उपजाऊ मिट्टी निकाल कर समतलीकरण किया जा रहा है। जिससे खेती योग्य उपजाऊ ज़मीन खराब हो रही हैं।
किसान बोले- नहीं लिया लिखित सहमति और न ही दिया नोटिस
पिछले दो दिनों से सहमति पत्र और नोटिस की कापी मांग रहा हूं, लेकिन अधिकारियों ने नहीं दी। रविवार को सूचना मिला कि खेत में जनसभा के लिए फसल काटे जा रहे हैं। इस संबंध में नोटिस या सहमति पत्र मांगने पर नहीं दिखाया गया। प्रति बीघा 16 कुंटल उपज की मुआवजे की मांग पर 10 कुंटल का ही मुआवज़ा दिया जा रहा है और उपजाऊ भूमि को ख़राब कर दिया जा रहा है। और कहा कि गाईड लाइन के हिसाब से तुम्हारा इतना ही मुआवजा बनता है। किसानों ने आलाधिकारियों से मुलाक़ात करने की बात कही है। इस बावत सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार ने पीड़ित किसानों के साथ बैठक कर किसानों को उचित मुआवजा देने और जनसभा के बाद ख़राब खेतों के उपजाऊ भूमि पहले जैसा बनाने के लिए आलाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए जल्द संबंधित अधिकारियों से मिलकर इस समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा।
राजकुमार गुप्ता रिपोर्ट