प्रयागराज मंडल ने बनाया समय पालन का अनूठा कीर्तिमान

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१० जून को सभी ६५ ट्रेनें चलीं सही समय पर

राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। रेलवे ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस मनाया. इस अवसर पर रेलवे ने अपने नेटवर्क के सुदृढीकरण का संकल्प लिया।
उ.म.रे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे के नेटवर्क में भारतीय रेल के समग्र नेटवर्क का केवल 5% हिस्सा है। इसके बावजूद यह भारतीय रेल के कुल यातायात के 10% का परिवहन तथा व्यस्ततम एवं अति महत्वपूर्ण दिल्ली-हावड़ा रूट के 58% तथा दिल्ली-चेन्नई रूट के 24% भाग पर । देश के उत्तरी भाग से पूर्वी, पश्चिमी तथा दक्षिणी भागों तक यात्री एवं माल के परिवहन में उत्तर मध्य रेलवे पर गाड़ी संचालन की गति‍शीलता की मुख्य भूमिका रहती है। अति व्यस्ततम ट्रंक रूटों पर गा‍ड़ि‍यों के परिवहन से इन रूटों की क्षमता का लगभग 160% उपयोग किया जा रहा है।

महाप्रबंधक के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे उन पर देश की सबसे तेज 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली गाड़ी ‘गतिमान एक्सप्रेस’ व भारतीय रेल की सबसे अधिक औसत गति वाली अर्थात 104 किलोमीटर प्रति घंटे’ की औसत गति से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ी सहित 100 से अधिक गाड़ि‍यों का 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से संचालन करती है, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है।

उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मण्डल ने 10 जून को सभी 65 ट्रेनों को सही समय पर चलाकर 100% पंचुअलिटी की असाधारण उपलब्धि हासिल की है। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कुल 93 ट्रेनों में से 92 ट्रेनों को समयपालनता के साथ चलाकर 98.92% पंचुअलिटी का रिकॉर्ड दर्ज किया गया।

समयपालनता में आगरा, झाँसी और प्रयागराज मण्डलों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है . जिनकी समयपालनता क्रमशः 96%, 93% और 87% है।

महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे राजीव चौधरी ने इस प्रदर्शन के लिए मण्डल और मुख्यालय की टीमों को बधाई दी है और इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सामूहिक पुरस्कार देने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 11 जून को अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
लेवलक्रासिंगों पर संरक्षा रेलवे के सबसे प्रमुख उद्देश्यों मे से एक है और रेलवे क्रॉसिंग पर सड़क उपयोगकर्ताओंकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए गए हैं।

ब्रॉडगेज रेल नेटवर्क से मानव रहित लेवलक्रॉसिंग को पूरी तरह से हटाने के बाद, वर्ष 2019-20 में उत्तर मध्य रेलवे ने सड़क यातायात मार्ग के डायवर्सन के साथ-साथ 04 ऊपरी सड़क पुल और 60 आर.यू.बी(LHS) का निर्माणकर 91 मानव युक्तसमपार फाटकों को बंद किया है। पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान, अधिक ट्रैफ़िक वाले 20 लेवल क्रॉसिंग गेटों को इंटरलॉक किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फाटकों को बंद होने के बाद ही गाड़ियों के सिग्नल आ पाए . 153 गेटों पर एकनालेज्मेंट बटन का भी प्रावधान किया गया है . ताकि कार्यरत स्टेशन मास्टरगेट के बंद होने की पुष्टि कर सकें तथा 56 गेटों पर दोहरे स्तर की सुरक्षा के रूप में स्लाइडिंग बूम लगाए गये हैं . ताकि प्राथमिक बूम टूटने की स्थिति में इन्हें प्रयोग में लाया जा सके . वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे ने 20 ऊपरी सड़क पुल एवं70 आरयूबी (LHS) के निर्माण, 11 गेटों के इंटरलाकिंग और बूम टूटने की अधिक घटना वाले 67 क्रिटिकल लेवल क्रॉसिंग पर स्लाइडिंग बूम के प्रावधान का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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