प्रतापगढ़
लाकडाउन के प्रथम चरण से ही जयगुरुदेव संस्था पूरे जिले में असहाय मजबूरों को पका भोजन कराने में दिन-रात लगी हुई है। संस्था के सेवादार दिन-रात जिले के कोने-कोने में गरीब लोगों को सुबह-शाम भोजन करा रहे हैं। शहर के चिलबिला स्थित जयगुरुदेव आश्रम,कुंडा में स्थित जयगुरुदेव आश्रम,और लालगंज से भोजन तैयार होकर चिन्हित जगहों पर वाहनों से वितरित होता आ रहा है।जब से हजारों प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों का पलायन हो रहा है
तब से संस्था ने कुंडा के समीप हाईवे और चिलबिला के समीप स्थित प्रयागराज-फैजाबाद हाईवे पर स्थित जयगुरुदेव आश्रम गोंड़े में अतिरिक्त भोजन स्टाल लगा दिए हैं। संस्था की आसपुर देवसरा इकाई ने भी लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर भोजन वितरित करना प्रारंभ कर दिया है।यहां से भी अब रोजाना सैकड़ों प्रवासी लाभान्वित हो रहे हैं।इन जगहों पर पैदल और वाहनों से जाने वाले यात्री रूककर दिन-रात भोजन कर रहे हैं।जयगुरुदेव आश्रम चिलबिला से भोजन बनकर शहर के कई स्थानों पर और जयगुरुदेव आश्रम गोंड़े के लिए जाता है।संस्था के स्वयंसेवी सेवादार दिन-रात भोजन व्यवस्था में लगे हुए हैं।स्थानीय लोगों में संस्था के प्रति श्रद्धा भाव देखे जा रहे हैं।
1 अप्रैल 2020 से शुरुआत करके जयगुरुदेव संस्था अब तक 2 लाख से अधिक लोगों का भोजन करा चुकी है।
जयगुरुदेव संगत प्रतापगढ़ के अध्यक्ष सूर्यबली सिंह के निर्देशन में मुख्यतः राजकुमार विश्वकर्मा, आनंद चौधरी,रामकृष्ण मिश्रा,वीरेंद्र यादव,बृजलाल गौड़,अजय सिंह,मनोज सिंह,विश्राम निर्मल,जगतपाल यादव,सौरभ सिंह,शिव साहब,सचिन,लाल बहादुर,राम अभिलाष यादव,विजय यादव,जयंत्री यादव आदि स्वयंसेवक दिन-रात भोजन वितरण में लगे हुए हैं।
अवनीश कुमार मिश्रा रिपोर्ट