फूड लाईसेंस के नाम पर फूड इंस्पेक्टर द्वारा दुकानदारों से 2000 रुपये की वसूली नहीं देने पर व्यापारी को नोटिस जारी किया
वाराणसी: राजातालाब,
उत्तर प्रदेश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में फ़ूड विभाग की मनमानी देखने को मिली है राजातालाब तहसील क्षेत्र में फूड इंस्पेक्टर की मनमानी से व्यापारी परेशान है। इंस्पेक्टर द्वारा फूड लाइसेंस के नाम पर अवैध वसूली होती है। यही नही जब व्यापारी अपना लाइसेंस ऑनलाइन करता है तो उसमें कुछ न कुछ कमी निकाल कर रिजेक्ट कर दिया जाता है तब वह व्यापारी फूड इंस्पेक्टर से मिलता है। 100 रुपये के लाईसेंस का इंस्पेक्टर साहब 2000 रुपये वसूली करते है।
दरअसल आप को बता दें राजातालाब तहसील क्षेत्र में स्थित जितनी भी किराने की दुकान बिस्किट टॉफी नमकीन केक मिठाई आदि की दुकान है उन सभी दुकान दारो से फ़ूड स्पेक्टर द्वारा अवैध वसूली की जाती है। चूंकि सभी दुकानदार पढ़े लिखे नही है और इसी का लाभ उठा कर फ़ूड स्पेक्टर उनसे लाइसेंस के नाम पर 2000 रुपये की वसूली करते है जब कि बेसिक लाइसेंस की फीस 100 रुपये है।
राजातालाब क्षेत्र स्थित कई दुकान दारो ने नाम न छापने के शर्त पर बताया की साहब आते है लाइसेंस बनाने के नाम पर 2000 रुपये लेते है जब हमने दुकानदार से बात की तो उसने कहा हम जन सुविधा केंद्र पर ऑनलाईन कराए थे ऑनलाईन कराने के 150 रुपये दिए लेकिन उस ऑनलाईन ऐप्लिकेश फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया फिर मजबूरी में हमने स्पेक्टर को फोन कर के बुलाया और स्पेक्टर हमारे दुकान सम्बधित कागजों को माँगा और साथ मे 2000 रुपये भी ले गए। जिसका विरोध शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने किया तो उनको कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है, राजकुमार ने बताया हैं कि निर्धारित टर्नओवर से कम की हमारी स्वदेशी उत्पाद और जनरल किराना स्टोर की नई दुकान है। इसके बावजूद फूड इंस्पेक्टर को अवैध 2000 रूपया नही देने पर जबरन नोटिस जारी कर दिया गया हैं जिसका माकूल जवाब सक्षम न्यायालय से देने की चेतावनी पीड़ित ने दी है, व्यापारियों का उत्पीड़न जल्द बंद नहीं हुआ और नोटिस 72 घंटे के अंदर वापस नहीं लेने पर विभिन्न व्यापरी संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
धन्यवाद
द्वारा
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी
फूड इंस्पेक्टर की मनमानी
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