रिपोर्ट – अनूप सिंह
बछरावां (रायबरेली) — एक तरफ योगी सरकार प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ बछरावां विकासखंड के दर्जनों गांव को जाने वाला लखनऊ प्रयागराज राजमार्ग के ओवर ब्रिज के बगल से कसरावां ग्रामसभा होकर जाने वाला संपर्क मार्ग की है। ओवर ब्रिज के नीचे ही मटिया मेट हालत में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। लगभग पांच वर्ष पूर्व बने ओवर ब्रिज के पास कसरावां संपर्क मार्ग आज भी जस के तस हालात में पड़ा हुआ है। कई बार जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए आवाज भी उठाई व ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। इस संपर्क मार्ग पर ईट, पत्थर व आरसीसी के पुराने बोल्डर पड़े हुए हैं। जिस पर आए दिन ग्रामीण टकराकर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। दो पहिया वाहन, साईकिल व पैदल उस रास्ते से निकलना बहुत ही कठिन काम है। मजबूरन ग्रामीण बछरावां आने के लिए शारदा नहर की पटरी से लगभग दोगुनी दूरी का रास्ता तय करके आते हैं। नगर पंचायत परिक्षेत्र में न आने के बावजूद भी नगर पंचायत द्वारा राबिश, ईट गिट्टी डालकर गड्ढों को भराई करने का काम कई बार किया गया। लेकिन राहगीरों व ग्रामीणों को उससे निजात नहीं मिल पा रही है। इस संबंध में संवाददाता ने जब लोक निर्माण विभाग के अभियंता से बात की तो उन्होंने बताया की पुल से बगल का यह मार्ग हमने 2012 में ही एनएचआई को ट्रांसफर कर दिया है अब बनाने की उनकी ही जिम्मेदारी है।