कौशाम्बी। जनपद के स्वास्थ्य महकमे में बीपीएम भर्ती घोटाला मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार की देर शाम विश्व हिन्दू महासंघ के जिला प्रभारी ने स्वास्थ्य मंत्री से घोटाले से जुड़े दस्तावेज देकर घटना क्रम से अवगत कराया। स्वास्थ्य मंत्री जीपी सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जाँच दल जनपद भेजने की बात कही है।
गौरतलब है कि जुलाई 19 में विभागीय जिम्मेदारों सरकार के नियमो को दर-किनार कर फ़र्ज़ी दस्तावेजों के जरिये न सिर्फ बीपीएम पद पर युवको की भर्ती की, बल्कि उनका समायोजन भी कर दिया गया। जिसका खुलासा डीएचएस की बैठक में डीएम ने भर्ती की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए जवाब तलब किया।
मामले की जाँच सीडीओ कौशाम्बी को डीएम ने सौपी। जाँच कर रहे मुख्य विकास अधिकारी ने जिम्मेदार बाबुओं और अफसरों से जवाब तलब किया। कार्यवाही ने नाम पर महज मौखिक बयान दर्ज करने के बाद मामले को ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया। जाँच अधिकारी अब इस मामले पर कार्यवाही के बाबत बोलने को बच रहे है।
जिला प्रभारी विश्व हिन्दू महासंघ नागेश्वर मिश्र ने आरोप लगाया, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक भर्ती व् समायोजन मामले के घोटाले को एक वर्ष का समय बीत चुका है। आरोपों के घेरे में आये जिन बीपीएम को डीएम ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया था। वह मौजूदा समय में विभाग के सरकारी खजाने से वेतन ले रहे है। घोटाले के बाबत उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री यूपी सरकार से लिखित शिकायत की है। स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री जय प्रकाश सिंह ने बताया , भर्ती व् समायोजन से जुडी गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुयी है। जिसकी जाँच वह उच्च स्तरीय अफसरों की टीम भेज कर करायेगे। जाँच में दोषी पाए जाने वाले शख्स पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।