बुंदेलो ने 35 वीं बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने खून से लिखा खत

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महोबा , पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के 99वीं जन्म दिवस पर सोमवार को बुंदेली समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 35वीं बार अपने खून से खत लिखे एवं पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग दोहराई। साथ ही बुंदेलों ने क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया। आल्हा चौक में आयोजित कार्यक्रम में एक दर्जन लोगों ने खून से खत लिखे।

बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बुंदेलखंडी ने अटल जी की कविता “हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा” को दोहराते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री को तब तक लगातार खून से खत लिखते रहेंगे, जब तक वे हमारी मांग नहीं मानते। महामंत्री डा. अजय बरसैया ने कहा कि बुंदेलखंड में एम्स की मांग को लेकर तारा पाटकर पिछले आठ वर्ष से जूते चप्पल त्याग कर नंगे पैर चल रहे हैं। अन्न त्याग कर चुके हैं। तीन वर्ष तक अनशन पर बैठे रहे। लाखों खत नरेन्द्र मोदी को भिजवाए। अब तक हम लोग एक हजार से अधिक खत अपने खून से लिखकर भेज चुके हैं लेकिन दुर्भाग्य से यहां की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं नहीं सुधर पायी।

जिला अस्पताल रिफर सेंटर बना हुआ है। महोबा में ट्रामा सेंटर व मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा हुई लेकिन सब ढाक के तीन पात साबित हुआ। भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डा. विभा पुरवार ने कहा कि अटल जी ने तीन नये राज्य एक साथ बनाए थे, मोदीजी आप भी एक बुंदेलखंड राज्य ही बना दीजिए। इस मौके पर पूर्व फौजी कृष्णा शंकर जोशी, जागेश्वर सोनी, बाबी साहू, गया प्रसाद, हरीओम निषाद, अमरचंद विश्वकर्मा, सुरेश बुंदेलखंडी, देवेंद्र तिवारी, हरीओम ताम्रकार, डा. देवेंद्र पुरवार,राजेन्द्र व सत्येन्द्र गुप्ता समेत तमाम बुंदेली जन मौजूद रहे।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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