भगवान श्रीकृष्ण की कथा का वर्णन सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता

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महोबा , शहर के मुहल्ला बड़ीहाट में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। कथा का आनंद लेने के लिए श्रोताओं की भीड़ दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। शहर के गोपाल विवाह गृह में श्रीमद् भागवत कथावाचक दंडी स्वामी महेश्वरानंद महाराज के सानिध्य में कथा का रसपान लोगों को कराया जा रहा है। कथा के चौथे दिन सुखदेव जी महाराज वामन अवतार भगवान तथा श्रीकृष्ण जन्म उत्सव की कथा का वर्णन किया गया कथावाचक दंडी स्वामी महेश्वरानंद ने अपने श्रीमुख से वर्णन करते हुए बताया कि राजा बली ने कहा कि उसकी बहन नहीं है।

आज वह अपनी बहन का कन्यादान कर रहे है भगवान कहने लगे कि वह भी वचन देते है कि तुम्हारे यहां हमेशा विराजमान रहूंगा और मेरा आशीर्वाद आपके साथ है। वही भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा का विस्तार से वर्णन किया गया कि कन्हैया बहुत ही हठीलें थे श्री कृष्ण भगवान और सुदामा की बहुत ही मित्रता थी उन्होंने बताया कि राम जैसा कोई अवतार नहीं हुआ है उर्वशी के गर्भ में 6 पुत्रों का जन्म हुआ और राजा द्रोपत की बेटी द्रोपती थी एवं कंस के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि यह बड़ी ही दुष्ट प्रवृत्ति का था उसने अपने पिता को जेल खाने में डाल दिया जहां मथुरा के लोग उससे बहुत ही रूष्ट हो गए एवं लोग अग्रसेन जी को बहुत ही प्रेम देते थे अग्रसेन भगवान के बहुत भक्त थे और सूर्यसेन के पुत्र वासुदेव थे इस संगीतमय भागवत कथा में विद्वानों द्वारा भजन की प्रस्तुति कर गोविंद राधे गोपाल राधे का भजन सुना कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया जो भी लोग भागवत कथा में आकर अपना समय देते हैं उन व्यक्तियों के ऊपर ईश्वर की कृपा सदैव बनी रहती है जिससे वह हमेशा निरोग रहते हैं।

कृष्ण जी का जब जन्म हुआ बादल में घनघोर घटाएं छाई हुई थी और बिजली की गड़गड़ाहट से लोग बहुत भयभीत थे जन्म होते ही गोकुल में खुशियां मनाई गई तथा महिलाओं ने मांगलिक गीत गाकर नृत्य प्रस्तुत कर भगवान का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्य यजमान दमयंती रामलाल रिछारिया,संतोष द्विवेदी बिगुल, अरविंद पाठक, शिवकुमार गोस्वामी ,रविंद्र पाठक ,संदीप शुक्ला, आशाराम नगायच,धीरेंद्र पाठक ,शशि शेखर आनंद ब्रह्मचारी गुजरात, आचार्य दिनेश चित्रकूट ,आशीष तिवारी ,अशोक तिवारी, बाल ब्रह्मचारी शिवांश चित्रकूट ,कृष्ण कुमार शुक्ला, सुरेंद्र मिश्रा ,रुद्राक्ष द्विवेदी मोहनलाल तिवारी ,राजेंद्र राजपूत, प्रभात सुल्लेरे,बीपी तिवारी ,रामस्वरूप , शिवकुमार तिवारी ,उत्कर्ष के अलावा महिलाएं बच्चे पुरुष आम जनमानस सहित काफी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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