रायबरेली। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान विकास सेवा समिति संगठन (अरा.) के पदाधिकारियों ने खण्ड विकास कार्यालय में पड़ाव डाल अपना एकदिवसीय धरना आरम्भ कर दिया है। संगठन की मांग है कि किसानों की समस्याओं के लिए अब आश्वासन नही तत्काल कार्यवाही चाहिए यदि प्रशासन किसानों की अनदेखी करेगा तो धरना और वृहद स्तर पर किया जायेगा।
बताते चलें कि तहसील क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर लगातार संगठन अधिकारियों से वार्ता कर रहा है बार बार पत्र देकर मांगों को पूरा कराने की मांग की जा रही है परन्तु स्थित जस की तस बनी हुई है। जिससे नाराज किसान यूनियन ने गुरूवार को ब्लाक प्रांगण में पहुंचकर संगठन के पदाधिकारियों व किसानों ने अपना पड़ाव डाल दिया है।
संगठन ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित 10 सूत्रीय ज्ञापन में पुराने पट्टाधारकों को जल्द कब्जा दिलाये जाने, असंक्रमणीय भूमिधरी को संक्रमणीय किए जाने, किसानों के अमल दरामद में हो रही हीला हवाली समाप्त की जाय, बिजली विभाग द्वारा लगातार किया जा रहा किसानों का शोषण समाप्त किया जाय, गरीब किसानों को आवासीय पट्टा दिया जाय, किसान सम्मान निधि के लिए किसानों का सत्यापन फिर से कराया जाय जैसी समस्याओं के निस्तारण की मांग की गयी है।
संगठन के पदाधिकारियों द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि समस्याओं का निस्तारण 15 दिनों मे नही हुआ तो अब धरना जिलाधिकारी कार्यालय के समाने होगा। देर शाम धरना स्थल पर पहुँचे तहसीलदार अनिल पाठक व क्षेत्राधिकारी को ज्ञापन सौंपा, इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेश यादव, उपाध्यक्ष रामफली, जिलाध्यक्ष संतलाल लोधी, रामहर्ष, कल्लू गोड़िया, रामदास , जगजीवन, अनीता सिंह, फूलमती आदि सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
- अशोक यादव एडवोकेट