भूख और बीमारी ने ले ली दो लोगों की जान

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  • भूख और बीमारी से जंग हारे मनोहर और राजकुमार

  • चंदा इकट्ठा कर किया गया अंतिम संस्कार

  • कुचबंधियनपुरवा में दो सप्ताह में चार मौतें

राकेश कुमार अग्रवाल
बांदा। जिसका डर था आखिरकार वो ही बात हो गई, व्यवस्था के क्रूर पंजों के हाथों कुचबंधियनपुरवा के मनोहर और राजकुमार तक जब तक सरकारी इमदाद पहुंचती दोनों के प्राण पखेरू उड गए। मजरे में एक साथ दो दो अर्थियां उठीं, चंदा करके मनोहर व राजकुमार का जब अंतिम संस्कार हुआ तो मानवता ही नहीं गरीबी भी ठठाकर चीत्कार कर उठी।

बांदा की नरैनी तहसील के खम्भौरा ग्राम पंचायत के कुचबंधियनपुरवा में एक दर्जन लोग टीबी से ग्रसित हैं। लाॅकडाउन तो जैसे इन गरीब परिवारों पर काल बनकर आया है रोजी रोटी से मोहताज हुए इन परिवारों ने दो सप्ताह में चार अर्थियों को काँधा दे डाला है।

गरीबों के लिए घडियाली आंसू बहाने वाली पार्टियों और नेताओं की बात दूर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर गुहार लगाने के वावजूद व्यवस्था से जुडे लोग नहीं जागे और भूख, बीमारी और गरीबी जैसी महामारी से जूझते जूझते राजकुमार और मनोहर की सांसें थम गईं।

मनोहर के बेटे रमेश के अनुसार हम घुमन्तू लोग बेलन, चकला, चिमटा, गुंडी, सिकटर, बनाकर और जांता चकरी को टांक कर गुजर बसर करते हैं। दो महीने से अधिक समय से चल रहे लाॅकडाउन में कहीं आ जा नहीं पाए। पिता की बीमारी ने लाॅकडाउन में और जोर पकड लिया, हम न तो चूल्हा जला पाए न ही पिता की बीमारी का इलाज ही करा पाए। जब घर में खाने को कुछ न बचा तो अपने कच्चे घर के ३०० खपरा ६०० रुपए में बेच डाले, अब बरसात में कच्चा घर भी ढह जाएगा।


दूसरी ओर ३८ वर्षीय राजकुमार जो भूख के साथ साथ टीबी से भी जूझ रहा था। राजकुमार का इलाज इलाहाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। लगभग तीन माह से इलाहाबाद न जा पाया।

लाकडाउन में रोजी रोटी से वंचित हुए राजकुमार ने तमाम रातें पानी पी पीकर गुजारीं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर गुहार लगाई। इलाज और अनाज के अभाव में आखिरकार आज राजकुमार की भी जीवनलीला समाप्त हो गई।

भूख और बीमारी से इस क्षेत्र में एक पखवाडे में चार मौतें हो चुकी हैं। १५ दिन पहले कुचबंधियनपुरवा में सास- बहू की मौत हो चुकी है। इनके हालात भी भुखमरी के थे। अभी भी कुचबंधियनपुरवा में कम से कम ९ लोग गंभीर रूप से बीमारी से जूझ रहे हैं। जिनका लाकडाउन में उपचार भी नहीं हो पा रहा है। इलाज के अभाव में लोग दम तोडते जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर टीबी उन्मूलन कार्यक्रम चल रहा है।

विद्याधाम समिति के मंत्री राजा भइया के अनुसार स्वास्थ्य विभाग गंभीर रूप से बीमारों की उपेक्षा कर रहा है। हर बीमार व्यक्ति को मदद की तत्काल जरूरत है अन्यथा मौतों का आंकडा यूं ही लगातार बढता ही जाएगा।

हम लगातार कुंचबंधियनपुरवा का सच उजागर कर रहे हैं फिर भी व्यवस्था अपनी चाल चल रही है।

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