भूमाफ़िया को संरक्षण देने और भ्रष्टाचार का आरोप

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राजातालाब तहसील के कानूनगो अशोक सिंह सहित दो लेखपालों को लोकायुक्त का नोटिस, भूमाफ़िया को संरक्षण देने और भ्रष्टाचार का आरोप,

ज़िलाधिकारी से त्रिसदस्यी प्रशासनिक, पुलिस और अभियोजन अधिकारियों की संयुक्त जाँच समिति गठित कर 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट तलब किया है।

वाराणसी: राजातालाब , लोकायुक्त ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजातालाब तहसील के एक कानूनगो सहित दो लेखपालों को भूमाफ़िया को संरक्षण देने और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को लेकर नोटिस भेजा है। इस संदर्भ में कचनार गाँव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने लोकायुक्त प्रशासन को दी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गाँव के पंचक्रोशी पथ के किनारे स्थित बेशक़ीमती सरकारी जलखाता आ.सं.-694 और चकरोड आ.सं. -705 और 712 पर गाँव के रिटायर्ड दरोग़ा के भूमाफ़िया बेटे उमेश कुमार सोनकर द्वारा आचार संहिता की आड़ में उच्चाधिकारियों की व्यस्तता का लाभ लेकर उक्त लोक सेवकों के संरक्षण में बेशक़ीमती करोड़ों रुपये की सरकारी भूमि पर अवैध क़ब्ज़ा अतिक्रमण कर लिया है जिसमें राजस्व कर्मियों ने भ्रष्टाचार किया है।

स्थानीय लोगों के कई बार शिकायत के बाद राजस्व कर्मियों ने उक्त भूमि खाली है एक ही गलत रिपोर्ट सभी को दिए गए हैं। इसकी जांच के लिए लोकायुक्त ने राजातालाब तहसील के कानूनगो अशोक कुमार सिंह सहित दो लेखपालों धीरेंद्र नारायण सिंह, राधेश्याम सिंह चौहान को भूमाफ़िया को संरक्षण देने और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को नोटिस भेज कर 10 अक्टूबर तक सभी का प्रतिशपथ पक्ष मांगा है।

साथ ही लोकायुक्त ने ज़िलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि त्रिसदस्यी प्रशासनिक, पुलिस और अभियोजन अधिकारियों को सम्मिलित कर एक संयुक्त जाँच समिति गठित कर, जाँच करवाते हुए शिकायतकर्ता का पक्ष सुनते हुए नियत तिथि तक रिपोर्ट तलब किया है।

शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाए हैं कि राजातालाब तहसील को भ्रष्ट लोकसेवको ने भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है। वहीं राजातालाब तहसील के कानूनगो अशोक कुमार सिंह, लेखपाल धीरेंद्र नारायण सिंह, राधेश्याम सिंह चौहान भूमाफ़ियाओ को संरक्षण देने सरकारी भूमि पर अवैध क़ब्ज़ा अतिक्रमण कराने के नाम पर भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता

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