बाँदा :- नरैनी विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के बुरे हाल हैं। इसकी हकीकत बयां करती यह तस्वीर बाँदा जनपद के अतर्रा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सत्ती का पुरवा (महोतरा) गांव की है। यहां कई वर्षों से ग्रामीण कीचड़ भरे रास्ते से ही सफर करते आ रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि यहां सड़क बनाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों को शिकायती पत्र दिया है लेकिन कार्य होने के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिए गए हैं, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं हो पाया। आजादी के बाद से आज तक यह ग्रामीण इलाका मूलभूत सुविधाओं से महरूम बना हुआ है। यहां की सड़क मुख्य मार्ग से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। जहां तक एक मात्र कच्चा रास्ता है। गांव से होकर जाने वाले मार्ग पर पूरे साल पानी भरा रहता है। पूरे ग्राम के मार्गों पर पानी के कारण कीचड़ जमा हो जाती है। यह कीचड़ गर्मी के दिनों में भी नहीं सूखती। ऐसे में बच्चों को स्कूल तक जाने में काफी परेशानी होती है। साल भर कीचड़ और गंदगी के बीच ग्रामीण इस मार्ग से आना-जाना करते रहते हैं।
यह कहना है लोगों का,
ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के बाद से आज तक मूलभूत सुविधाओं से महरूम बना हुआ है गांव
जिसमें हमें सरकार की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की हकीकत नजर आ गई। सरकार दावे कर रही है कि शिक्षा का अधिकार हर बच्चे को प्राप्त होना चाहिए लेकिन यहां रहने वाले बच्चों को गांव में स्थित प्राथमिक पाठशाला तक पहुंचने का मार्ग नहीं है। पूरे मार्ग पर कीचड़ और गंदगी होने के कारण बच्चों को स्कूल तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार रास्ते में निकलने वाले वाहनों के चलते बच्चों के कपड़े और बेग खराब हो जाते हैं जिससे वह आधे रास्ते से ही घर लौट आते हैं। ऐसे ही हालात सालभर बने रहते हैं। इसके साथ ही स्कूल में एक बाउंड्रीवाल का भी निर्माण कार्य कराया जा रहा है , जिसको मानक अनरूप किया जा रहा है , इस बारे में ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शिक्षा विभाग तक यह जानकारी पहुंचाई गई लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया।