मनाया गया मुंशीगंज शहीद दिवस शताब्दी वर्ष

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7 जनवरी 1921 को मुंशीगंज मैं किसान आपकी बातों को लेकर एकत्र हुए थे जहां पर अंग्रेजों द्वारा उन पर गोलियां बरसा दी गई जिससे सैकड़ों किसानों को मौत के घाट उतार दीया और इसी की बगल में एक नदी साईं नदी बहती है जिसका रंग गोलीकांड की वजह से लाल हो गया था जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद भारत देश का सबसे बड़ा यह गोलीकांड माना जाता है इस गोलीकांड का उल्लेख इतिहास में किया जाता है यहां पर प्रतिवर्ष 7 जनवरी को मेला लगता है तथा जिस गांव के किसान शहीद हुए थे उस गांव से मिट्टी का कलश लाया जाता है और शहीद स्तंभ पर पुष्प चक्र चढ़ाकर पुष्पांजलि देते हैं यह शहीद दिवस याद करने के बाद आंखें नम हो जाती हैं इस बार शताब्दी वर्ष के रूप में इसके पूर्व संध्या पर डीएम और एसपी द्वारा साईं नदी में दीप प्रज्वलित किया गया और आज भारत माता के मंदिर पर पुष्प चढ़ाते हैं उसके बाद शहीदों को याद किया इस वर्ष कई प्रकार के पंडाल लगाए गए और देश प्रेम का गीत का गायन किया गया

रिपोर्ट अभय प्रताप सिंह

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