प्रशासन ने रात में ही स्कूल में कराया क्वारंटीन
राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड़ (महोबा)। मुम्बई से कंटेनर पर बैठकर सिद्धार्थनगर जा रहे मजदूरों को चाकू की नोक पर बीच रास्ते सडक पर उतार कर ड्राइवर भाग निकला। पैदल आ रहे जत्थे को देर रात प्रशासन ने कुलपहाड लाकर उन्हें स्कूल में ठहराकर क्वारंटीन कराया.
प्रदेश के बस्ती, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर जिलों के लगभग ८५ मजदूर मुंबई में काम करते थे।
लाकडाउन के चलते खाने पीने के संकट ने समस्या विकराल कर दी थी। मजदूरों ने मुम्बई के उपनगर कल्याण में एक कंटेनर वाले से सिद्धार्थनगर छोडने के लिए ढाई लाख रुपए में सौदा किया था। मजदूर लल्लू, नागेन्द्र, सिकंदर, रंजीत व सुरेन्द्र के अनुसार कंटेनर १९ अप्रैल को कल्याण से चला था। कंटेनर को झांसी में रोक लिया गया था। सभी मजदूरों को एक रात एक स्कूल में ठहराया गया था। कल उन्हें झांसी से छोड दिया गया। रात में कंटेनर चालक सभी मजदूरों को महोबकंठ के पास छोड़कर भाग गया। मजदूर नागेन्द्र के अनुसार केंटर चालक ने उन लोगों को चाकू दिखाकर जबरिया उतरने को मजबूर किया। सभी मजदूर रात में ही पैदल आ थे। स्थानीय गांववासियों ने जब भारी भरकम जत्थे को देखा तो तत्काल इसकी सूचना तहसीलदार कुलपहाड़ को दी। समस्या यह थी कि रात में १२ बजे ८५ मजदूरों को सतारी माइनर से कैसे लाया जाए। तब एआरटीओ और उपजिलाधिकारी ने नगर के रामरतन भुवनेश कुमार पब्लिक स्कूल के प्रबंधक को फोन कर मजदूरों को लाने के लिए रात में ही बस भिजवाने को कहा। आरबीपीएस ने रात में ही तत्काल बस को मौके पर पहुंचाया। सभी कामगारों को कुलपहाड नगर के जनतंत्र इंटर कालेज में बने केंद्र में लाया गया। सभी का सुबह खाने का इंतजाम किया गया। चिकित्सा दल सभी कामगारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है।
मजदूरों ने बताया कि वह बीमारी के डर से भागे है क्योंकि वहां कोई रोजगार भी नही था। सभी मजदूर घर जाना चाहते है भले ही उन्हें उनके गृह नगर में क्वारंटाइन किया जाए। तहसीलदार सुबोधमणि शर्मा ने बताया कि सभी मजदूरों को फिलहाल यहां क्वारंटीन किया गया है।