महिला हिंसा व यौन उत्पीड़न के खिलाफ मशाल जुलूस

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करधना गाँव में रैली निकालकर दुष्कर्मियों को कड़ी सजा की माँग किया

वाराणसी, मिर्जामुराद : लोक समिति व आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार करधना गांव में सैकड़ों लोगों ने दुष्कर्म लैंगिक भेदभाव, घरेलू महिला हिंसा के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस में शामिल लोगों ने उत्तर प्रदेश में शराब बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने की मांग भी की। लोगों ने गांंव के आशा सिलाई केंद्र पर एकत्रित होकर लैंगिक भेदभाव, घरेलू महिला हिंसा, यौन उत्पीड़न, दहेज, बाल विवाह, नशा जैसे सामाजिक कुरीतियों, शराब बिक्री के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों महिलाएं, लड़कियां और युवाओं ने मशाल जुलूस निकालकर घरेलू महिला हिंसा बन्द करो भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ, बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज छोडो जाती पाती तोड़ो, भीख नहीं अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए, औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ, शराब बिक्री पर रोक लगाओ के नारे लगाये। लोगों ने लड़कियों और बच्चियों के साथ हो रहे छेड़खानी व दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर चिन्ता जाहिर किया।इस दौरान करधना बाजार में रविदास मन्दिर पर दीप जलाकर भेदभाव, घरेलू महिला हिंसा, बाल विवाह को मिटाने का संकल्प लिया।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि कहा कि युवाओं एवं किशोरों का इस मुहीम में भागीदारी बहुत ही जरूरी है। छेड़छाड़ और दुष्‍कर्म की घटनाओं ने समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिए डर का माहौल बना दिया है। महिला हिंसा के खिलाफ आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लाक के पचास से अधिक गाँवों में विगत 25 नवम्बर से गांंव- गाँव में जन सभा नुक्कड़ नाटक, फिल्म शो, हस्ताक्षर अभियान,मशाल जुलूस, भाषण प्रतियोगिता, पदयात्रा, दीवार लेखन आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनीता, सोनी, नूतन, कोमल, रीमा, राजकुमारी, सरोज, आशा,रानी,मीला, शशि कला, पूनम , सीमा, मनीषा, धर्मा, संजू, श्रीदेवी, रिंकी, बंदना, सरोजा, मुन्नि, गीता, उर्मिला, सोनू, अलोक, अनीश, अरविंद आदि लोग शामिल रहे। रैली का नेतृत्व किशोरी संगठन की संयोजिका सोनी और अध्यक्षता अनीता पटेल व धन्यवाद आशा राय ने किया।राजकुमार गुप्ता रिपोर्ट

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