किडनी ओर लीवर की बीमारी से भी ग्रसित था बैंककर्मी
महोबा– कोरोना से संक्रमित बैंककर्मी युवक की आज मेडिकल कालेज झांसी में इलाज के दौरान मौत के बाद उत्तर प्रदेश में महोबा के हाट स्पॉट इलाके के सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा कर दिया गया है।
उप जिलाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज के कोविड केयर बुलेटिन में भारतीय स्टेट बैंक महोबा के कर्मचारी रणविजय सिंह की आज सुबह मृत्यु होने की दी गई सूचना की झांसी जिला प्रशासन द्वारा पुष्टि की गई। मेडिकल कालेज प्रशासन के मुताबिक किडनी ओर लीवर की बीमारी से ग्रसित रणविजय को इलाज के लिए 10 मई को भर्ती कराया गया था। मेडिकल परीक्षण में कल उसके कोरोना से संक्रमित होने की बात सामने आई थी। जिसके बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया था और वेंटीलेटर पर रखकर इलाज किया जा रहा था।
उप जिलाधिकारी ने बताया कि बैंककर्मी रणविजय अपने इलाज के लिए 8 अप्रैल से अवकाश पर था। किंतु उसकी मौत की खबर के बाद मामले में पूरी सतर्कता बरतते हुए यहां एसबीआई के पूरे बैंक स्टाफ के सेम्पल करा कर जांच के लिए भेजे गए है। इज़के अलावा मृतक के परिजन ओर पड़ोसियों के भी 45 सेम्पल कलेक्ट किये गए है। बैंककर्मी के सुभाष नगर स्थित आवास से चार सौ मीटर के दायरे को हाट स्पॉट घोषित किया गया है। यहां लोगो के आने जाने को प्रतिबंधित कर दिया गया है तथा इलाके में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। पूरे क्षेत्र को नगर पालिका परिषद द्वारा सेनेटाइज कराया जा रहा है। यहां आम आदमी की आवश्यकता की वस्तुओं की आपूर्ति विशेष सतर्कता बरतते हुए अधिकारियों की निगरानी में कराई जा रही है।
उप जिलाधिकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण से महोबा जिले में मौत का यह पहला मामला है। इज़के पूर्व यहां जिला अस्पताल में आउट सोर्सिंग स्टाफ के दो कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जिन्हें बांदा के मेडिकल कालेज में क्वारण्टाइन करके रखा गया था। बाद में रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें उनके घर भेज दिया गया था।