रिपोर्ट – H. K. PODDAR
महोबा- उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर शासन द्वारा निलंबित तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार समेत तीन पुलिस अधिकारियों पर आज मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
पुलिस उप अधीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि महोबा सदर कोतवाली में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, चरखारी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सरोज, खरेला थाना इंचार्ज राजू सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7/13 व 484 आईपीसी में दर्ज मुकदमा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रही लखनऊ की एक प्राइवेट कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर नीतीश पांडेय की तहरीर पर दर्ज किया गया है। इस शिकायत में हाइवे निर्माण में कार्यरत उक्त कम्पनी के मिट्टी का परिवहन करने वाले वाहनों के सुचारू तरीके से संचालन के बदले पुलिस को प्रतिमाह रिश्वत में एक निश्चित भुगतान किए जाने का आरोप लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार की कथित शिकायतों को संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोबा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर बड़ी दंडात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें कल निलंबित कर दिया था और उनके स्थान पर लखनऊ के पुलिस उपायुक्त अरुण कुमार श्रीवास्तव को तैनाती प्रदान की थी। शासन ने निलंबित एसपी पाटीदार की संपत्ति की विजिलेंस जांच कराने के भी आदेश दिए है। इस बीच आज जिले की कमान सम्हालते ही नए पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ने कड़े तेवर दिखाते हुए यहां कबरई व खन्ना थाना के इंचार्जों व एक उप निरीक्षक तथा एक कांस्टेबिल को निलंबित किया। चौबीस घण्टे में शासन व स्थानीय स्तर पर ब्यापक पैमाने पर हुई कार्यवाहियों से जिले के पुलिस महकमे में हड़कम्प का माहौल ब्याप्त है।