सलोन रायबरेली
मां के लिए जितना कहा-सुना जाए, उतना कम ही लगता है। मां होती ही ऐसी हैं, सरल, निर्मल, ममतामयी। बच्चों के लिए तो मानो मां का आंचल ही उनकी दुनिया है, जिसकी शीतल छांव में बच्चों को दुख के थपेड़ों का अहसास तक नहीं होता। शायद इसी निश्छल ममता की वजह से मां का दर्जा ईश्वर से भी ऊपर है, क्योंकि ईश्वर सभी जगह एक साथ नहीं रह सकता।इसलिए इसलिए भगवान ने मां को अपने रुप में भेजा है। मां भगवान का दिया हुआ अनमोल तोहफा है। कहने को तो मां शब्द छोटा है लेकिन मां प्यार का असीम सागर है।मदर्सडे पर सलोन के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर सविता और सुमन इन दो महिलाओं के घर किलकारी गूंजी।इनकी मन्द मन्द मुस्कुराहट बता रही थी कि माँ बनना कितना सुखद होता है।सुमन ने कहा की माँ शब्द भले ही विश्व मे छोटा हो,लेकिन एक मां बच्चों को जीना सिखाती है। उसे मेहनत और ईमानदारी की परिभाषा सिखाती है।।
प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट