महराजगंज रायबरेली , अंबेडकर महिला डिग्री कॉलेज में देश की प्रथम शिक्षिका आधुनिक नारीवादियों में से एक माता सावित्रीबाई फूले की 193वीं जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर अंबेडकर महिला डिग्री कॉलेज के संस्थापक एवं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील पासी ने महिलाओं की शिक्षा में क्रांति ज्योति लाने वाली माता सावित्रीबाई फूले के योगदान एवं उपलब्धियां के बारे में बताया कि देश की प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फूले ने सन् 1848 के पुणे में भिडेवाड़ा नामक स्थान पर सर्वसमाज की लड़कियों के लिए पहला विद्यालय खोला।
उस समय लड़कियों को पढाना एक कटृरपंथी विचारधारा माना जाता था।जब भी वह स्कूल जाती थी लोग अक्सर उन पर गोबर और पत्थर फेंकते थे लेकिन फिर भी अपने कर्तव्य से विमुख नहीं हुई।शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए सावित्रीबाई फूले एवं ज्योतिबा राव फूले ने मिलकर वर्ष 1854-55 में भारत में साक्षरता मिशन की शुरुआत की एवं सत्यशोधक समाज की शुरुआत की जिसमें सत्यशोधक विवाह प्रथा के तहत किसी प्रकार का दहेज न लेने इत्यादि अनेक प्रकार के सामाजिक कार्यों के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर सुकृत कनौजिया,रामकुमार निषाद,राधेश्याम मौर्य,सहदेव प्रसाद,हरि गोविंद पटेल,दीपक कुमार निर्मल,पूजा यादव, सर्वेश कुमार,अमरेश कुमार सहित छात्र छात्राए उपस्थित रही।
रिपोर्ट- अशोक यादव एडवोकेट
माता सावित्रीबाई फूले की 193वीं जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई
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