नहीं भर पाए तालाब, किसान चिंतित
बेलाताल ( महोबा ) मानसून की बेरूखी के चलते एक बार फिर जिले में सूखे ने दस्तक दे दी है। तालाब रीते पडे हैं। बारिश न होने के कारण रबी की फसल को लेकर किसानों की पेशानियों पर बल पडे हुए हैं।
मानसून का सीजन विदा लेने के करीब है। और हाल यह है कि औसत वर्षा की आधी बारिश भी नहीं हुई है।
बेलाताल क्षेत्र में पेयजल व सिंचाई करने वाला बेलासागर तालाब में इस बार पानी न के बराबर है।
इधर अच्छी बारिश नहीं होने से क्षेत्र के तालाब, कुएं अब भी खाली पड़े हैं। स्थिति यह है कि सिंचाई विभाग के तालाबों में नाममात्र का पानी ही भरा है।
जिससे हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में रबी व खरीफ फसलों की सिंचाई होती है, लेकिन इस बार अल्प बारिश के चलते तालाब खाली ही पड़े हैं। बारिश न होने के कारण सबसे ज्यादा चिंता किसानों को हो रही है। बेलाताल क्षेत्र के किसानों को समझ नहीं आ रहा है कि सामान्य वर्षा नहीं होने पर वे फसलों की सिंचाई कैसे करेंगे।
हल्लू कुशवाहा , इस्माइल मास्टर, देवेन्द्र अरजरिया, महेश खटीक ,मुकेश चौरसिया, भारत कुशवाहा, शिवराम यादव ,हीरा लाल अनुरागी सहित अनेक किसानों ने बताया कि बारिश न होने के कारण केवल किसानों ही नहीं यहां की पूरी अर्थव्यवस्था ही चरमरा जाएगी।
बेलासागर में बीते साल की अपेक्षा नाममात्र का जलभराव हुआ है।
कृषि विज्ञान केन्द्र नौगांव के वरिष्ठ हेमन्त कुमार सिन्हा के अनुसार इस बार पर्याप्त दवाब न बन पाने के कारण बारिश नहीं हुई है। उनके अनुसार २१ मार्च और २३ सितम्बर को दिन रात समान होने के कारण मौसम में वैज्ञानिक तौर पर कोई खास बदलाव नहीं आता है। कुछ समय बाद जरूर दिन छोटे होने लगेंगे और रातें लम्बी होगीं। उनके अनुसार रबी की फसल के हिसाब से बारिश कम हुई है ऐसे में सिंचाई की समस्या पैदा हो सकती है।