वाराणसी। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने पीएम सीएम को पुलिसिया भ्रष्टतंत्र व सरकारी व्यवस्थाओं के निजीकरण को देखते हुए प्राइवेट जनता थाना खोलने के लिए पत्र लिखा है। ये पत्र वायरल हो गया है।
राजातालाब क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, मेरे क्षेत्र में जनता और पंचायत प्रतिनिधि सरकारी पुलिस से परेशान है जान माल की सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं पुलिस को शिकायत करने पर पीड़ित को ही थाने ले जाकर टार्चर करने साथ शांतिभंग में चालान करना पुलिस द्वारा विधि विरुद्ध कार्य लगातार हो रहा है। इनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में आप मेरे आराजीलाईन विकास खंड क्षेत्र में एक प्राइवेट जनता थाना खोलने की परमिशन दे दीजिए। वहीं, यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वैसे तो आपने सरकारी पुलिस थानों के भ्रष्टाचार के खूब कहानी सुनी होगी, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के आराजीलाईन ब्लाक के द्वितीय चरण में गोद लिए बतौर सांसद आदर्श गाँव नागेपुर के वर्तमान ग्राम प्रधान व प्रधान संघ आराजीलाईन के अध्यक्ष मुकेश पटेल के साथ मिर्जामुराद थाने की पुलिस पुलिसिया उत्पीड़न की थी और जन्सा थाने की पुलिस चार्जशीट में नाम निकलेगा के नाम पर एंटी करप्शन टीम ने पुलिस को रंगेहाथ पकड़ा था थानों की वसूली लिस्ट वायरल होना इस तरह के न जाने कितने अनगिनत यूपी पुलिस की करतूत आयेदिन मीडिया की सुर्ख़ियों में बनी रहती है।
लेकिन प्राइवेट जनता थानों के बारे में आज तक नहीं सुना होगा. हैरान करने वाली बात यह है कि आराजीलाईन ब्लाक के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी सरकारी यूपी पुलिसिया तंत्र को सुधारने के लिए अब प्राइवेट जनता थाना खोलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्य नाथ को पत्र लिखा है। यह पत्र सोशल मीडिया पर अब काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
राजकुमार गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, मेरे क्षेत्र में जनता ही नहीं पंचायत प्रतिनिधि ग्राम प्रधान सरकारी पुलिस से परेशान है। इनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में आप मेरे क्षेत्र में एक प्राइवेट जनता थाना खोलने की परमिशन दे दीजिए। वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे इस पत्र को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके पुलिसिया तंत्र और सरकारी व्यवस्थाओं के निजीकरण को देखते हुए लिखा पत्र
राजकुमार गुप्ता अपने पत्र में लिखा, ‘जनता जनार्दन और पंचायत प्रतिनिधि की मांग है कि जब सरकारी व्यवस्था के समानांतर स्कूल प्राइवेट हैं, अस्पताल प्राइवेट हैं, तो प्राइवेट जनता थाना भी खुलवा लीजिए, ताकि आम जनता की सुनवाई अच्छे से हो सके।
जनता थाना का उद्देश्य
राजकुमार गुप्ता ने जनता थाना के उद्देश्य के बारे में बताया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 (क) से आच्छादित है। जिसके तहत आम नागरिक के मूल कर्तव्यों की व्याख्या की गयी है। जनता थाना की स्थापना आम जन को उनके अधिकार दिलाने, कानून के मार्यादा का पालन कराने एवं लोकतंत्र में आम जन को प्रदत्त अधिकारों को उनके तक पहुंचाने में सेतु का काम करेगा।
अगर जनता थाना खुलता है तो जनता थाना में प्राप्त समस्त शिकायतें उचित माध्यम को भेजी जायेंगी और सम्बन्धित से यथा शीघ्र निस्तारण के लिये विधि के द्वारा प्रदत्त अधिकारों के तहत निस्तारण का अनुरोध किया जायेगा।
केन्द्र एवं राज्य सरकारों के लोक सेवकों द्वारा पीडित पक्ष से रिश्वत मांगने, रिश्वत के अभाव में मामले को विशेष विलम्बित करने, शीघ्र न्याय पाने से वंचित करने के बिंदु पर जनता थाना उनके उच्चाधिकारियों के अलावा शासन एवं सम्बन्धित मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री आदि को सीधे उनकी शिकायत पर अपना अनुरोध भेजेगा।
उन्होंने यह पत्र पीजी पोर्टल पर पीएम और सीएम को पोस्ट किया है और इसकी प्रति प्रदेश के गृहमंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह मंत्रालय,कमिश्नर वाराणसी, वाराणसी ज़िलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर को भी ईमेल कर भेजी है।
● राजकुमार गुप्ता