रायबरेली
जिला अस्पताल की गलत दवा मिलने पर पत्रकार ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के डॉक्टर ने उसे गलत दवा दे दी, जिससे उसकी दोनों आंखें से दिखना बन्द हो गया हैं। इतना ही नहीं दवाई के बारे में जब सीएमस से बात करी तो उन्होंने ये कह कर पल्ला झाड़ लिया कि दो दिन में ठीक हो जाएगी लेकिन 4 दिन होने को हैं लेकिन आंखों से कुछ नही दिख रहा, वही प्राइवेट में दिखाने में डॉक्टर ने बताया कि अभी महीने भर लग सकता हैं दिखने में ।
आपको बताते चलें एक चैनल में काम कर रहे पत्रकार को कुछ आंखों में दिक्कत महसूस हुई तो सीधे वो जिला अस्पताल आंखों को दिखाने पहुँच गया जहाँ ड्यूटी पर तैनात रोशन पटेल ने आँखों को देखने के बाद जो दवा लिखी उसे लेकर पत्रकार ने अपनी आंखों में डाल लिया और दवा का कुछ ऐसा असर हुआ कि पत्रकार को दिखना ही बन्द हो गया पत्रकार साथी न तुरन्त अस्पताल के कर्मचारि से बात करी तो पता चला जो दवा उन्हें दी गई हैं वो पुतलियों को बढ़ाने वाली हैं उसे ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाता हैं जिसके बाद पीड़ित पत्रकार अपने साथी के साथ गिरते परते सीधे सीएमएस के पास पहुँचा और इस मामले से अवगत कराया तो सीएमएस साहब उसे गंभीरता से न लेते हुए उल्टे पत्रकार को ही कानून पढ़ाने लगे कि कोई बड़ी बात नही हैं दो दिन में ठीक हो जाएगी तुम्हारी आंख जबकि उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए और अगर गलत दवा दी गई थी तो दोषी डॉक्टर पर कार्यवाही व पत्रकार को इलाज के लिए तुरन्त मदद करनी चाहिए थी लेकिन सीएमएस साहब तो अपने में मस्त रहते है उन्हें किसी से क्या मतलब। वही पत्रकार ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों व मुख्यमंत्री से करने की बात कही है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट