मेरा तो ट्रांसफर हो गया, मैं तो लखनऊ में हूं

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रिपोर्ट- राकेश अग्रवाल

पालीटेक्निक कालेज से लाइव
कुलपहाड ( महोबा )
बुधवार को जब जैतपुर विकास खंड के गांवों में पोलिंग पार्टियां रवाना हो रही थीं उस समय हास्यास्पद स्थिति तब पैदा हो गई जब मतदान अधिकारी काफी इंतजार के बाद भी पालीटेक्निक कालेज नहीं पहुंचीं . दूसरे सहयोगी ने जब मैडम को फोन लगाया तो सामने से जबाब मिला कि उनका तो ट्रांसफर हो चुका है एवं वे महोबा नहीं लखनऊ में हैं .
प्राथमिक विद्यालय भंडरा में तैनात वंदना देवी को पंचायत चुनावों में प्रथम मतदान अधिकारी नियुक्त किया गया था . उन्हें मतदेय स्थल 126 में सतारी जाना था . काफी देर तक एनाउंसमेंट के बाद भी जब वंदना पालीटेक्निक कालेज नहीं पहुंची तब उनके सहयोगी ने मैडम के मोबाइल नंबर पर फोन लगाया . फोन पर मैडम ने जो बताया उससे सभी के होश उड गए . मैडम ने बताया कि उनका ट्रांसफर हो चुका है एवं वे लखनऊ में हैं . सवाल यह है कि ऐसे शिक्षक जिसका स्थानांतरण हो चुका है उसका डाटा अभी तक विभाग की सूची में अपडेट नहीं किया गया बल्कि उसे चुनावी ड्यूटी में भी तैनात कर दिया गया . आनन फानन में अधिकारियों को अवगत कराया गया . तब रिजर्व अधिकारी को वंदना देवी की जगह प्रथम मतदान अधिकारी बनाकर पोलिंग पार्टी को रवाना किया गया .

बुखार से तप रही हूं सर ड्यूटी कैसे करूँ ?

सरकारी फरमान के अनुपालन में तपते बुखार में शिक्षा मित्र नेहा तिवारी पालीटेक्निक कालेज पहुंच गई . प्राथमिक विद्यालय वर्धा में तैनात नेहा को बहुत तेज बुखार चढा था उन्हे रह रहकर उल्टी भी हो रही थी . बुरी तरह लस्त नेहा बार बार जमीन पर लेट जा रही थी . डीएम साहब का उसी वक्त पालीटेक्निक आना हुआ वे पोलिंग पार्टियों की रवानगी का जायजा ले रहे थे . नेहा तिवारी पोलिंग पार्टी के साथ महोवा जाना था . किसी तरह हिम्मत जुटाकर डीएम साहब के समक्ष पेश हुई . तब डी एम सत्येन्द्र कुमार ने उसे आश्वासन दिया कि उसकी ड्यूटी कट जाएगी . वह परेशान न हो . दूसरी तरफ बडी संख्या में ऐसी भी महिलायें पालीटेक्निक स्थल पर थीं जो अपने बच्चों को साथ लेकर आई थीं .क्योंकि उनके बच्चों को संभालने वाला कोई नहीं था . लेकिन ड्यूटी तो ड्यूटी है करना तो पडेगी ही .

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