अमावां(रायबरेली) अमावां ब्लॉक के जेतुवा स्थित गौशाला में जानवरों की दशा देखने योग्य है। दूसरे तीसरे दिन जानवर मर जाते है । इसका मुख्य कारण है सही पानी और चारा न मिलना । ग्राम प्रधान तेज बहादुर ने बताया कि हमारे यहां के ग्राम पंचायत अधिकारी अतीक अहमद द्वारा मुझे न ही भूसा चारा के लिये या किसी अन्य रखरखाव के लिए कोई पैसा नही मिला।अतीक अहमद द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है। पिछले कार्यकाल में प्रधान के साथ मिल कर पूरा पैसा में बंदरबांट कर लिया गया है और कार्य कोई नही कराया गया। जिसकी वजह से मुझे बहुत परेशानी हो रही है। मैं अपनी जेब से कितना पैसा खर्च करूँगा। मृत जानवरों को वही गौशाला में ही मिट्टी से दबवा दिया जाता है। इस पर प्रधान ने बताया कि लेखपाल को कई बार बुलाया गया कि जानवरों को दफनाने के लिए कोई जमीन चिन्हित कर दे लेकिन लेखपाल आजतक नही आया तो मजबूरी में यही पर दबवाना पड़ता है। प्रधान ने बताया कि इसी जगह पहले भी दफनाया जाता था मैंने तो अभी ही कुछ जानवरों को दफनाया है।अतीक अहमद से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने ने फोन नही उठाया।
अनुज मौर्य /मनीष मौर्य रिपोर्ट