बछरावां रायबरेली -एक तरफ प्रदेश सरकार किसानों को सिंचाई के साधन को सुगम बना कर किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रयासरत है।वहीं दूसरी तरफ रजबहा व उनसे निकलने वाली मायनरो की सफाई कराने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से जेसीबी द्वारा सफाई कराई जा रही है।वही ठेकेदारों द्वारा सिल्ट सफाई ना करके केवल खरपतवार हटाया जा रहा है जमी सिल्ट ना हटाकर इतिश्री की जा रही है। सिल्ट ना निकलने से आने वाले दिनों में नहरों में जब पानी छोड़ा जाएगा तो पानी उभर कर किसानों की गेहूं,सरसों,मटर चना की फसलें तबाह करेगा। वही मामला राजामऊ से निकलने वाली बिशुनपुर माइनर की सफाई जेसीबी से हो रही थी की लालगंज रोड पर 200 मीटर पूरब दिशा में मानक के अनुरूप सफाई ना होने से किसानों ने विरोध किया।तो ठेकेदार के गुर्गों ने आकर किसानों को धमकाया और कहा कि जहां शिकायत करना हो कर लो कोई कुछ नहीं करेगा।हमारी जैसी इच्छा होगी वैसी ही माइनर साफ कराएंगे ।आलम तो यह है माइनर सफाई के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट जमकर किया जा रहा है ।लेकिन सिंचाई विभाग के जिले के आला अधिकारी कमीशन खोरी के चक्कर में नहरों की सफाई और पटरियों पर जमी सिल्ट को समतल ना करवाने से किसानों को अपनी फसल बुवाई के लिए साधन लाने ले जाने में बड़ी मुसीबत हो रही है।और साधन ना जाने से किसानों की गेहूं,चना,मटर,सरसों की बुवाई पूरी तरह से बाधित है।बछरावां विकासखंड से निकलने वाले बछरावां रजबहा और राजा मऊ रजबहा कि कई दर्जन मायनरो की हालत यही है कहीं पर भी पटरिओ को दुरुस्त नहीं कराया गया है।और किसानों में अपनी फसल ना बोने को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।लेकिन शासन प्रशासन आंखें मूंदकर किसानों की समस्या को नजर अंदाज किए।हैं