इचौली, हमीरपुर। इचौली क्षेत्र के राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित हो रही दो दिवसीय रासलीला के दूसरे दिन वृंदावन के कृष्ण लीला कलाकारों द्वारा नांगनाथ, द्रोपदी चीरहरण लीला का मंचन किया।
रविवार को ग्राम नायकपुरवा स्थित राधाकृष्ण मंदिर में हनुमानजी और राधा-कृष्ण की आरती के साथ शुरू हुई रासलीला में करीब एक घंटे राधा-कृष्ण के स्वरूपों ने मयूर नृत्य कर रास रचाया। वृंदावन के रासाचार्य बालमुकुंद अवस्थी की पार्टी के कलाकारों द्वारा द्रोपदी चीरहरण लीला का मंचन किया गया।
जिसमें दिखाया गया कि जब-जब भक्तों पर सकंट आते है तब-तब भगवान आकर अपने भक्त की रक्षा करते हैं। कौरवों द्वारा जब भरी सभा में द्रोपदी का चीरहरण किया जाता है तो द्रोपदी द्वारा अपनी रक्षा करने के लिए भगवान कृष्ण को पुकारा जाता है जिस पर स्वंय भगवान कृष्ण अदृश्य रूप में वहां आते है और द्रोपदी की साड़ी को और लंबा कर देते है।
द्रोपदी की साडी को खींचते हुये कौरव थक जाते है लेकिन भगवान की कृपा के चलते द्रोपदी को निर्वस्त्र नहीं कर पाते है। लीला में भगवान के प्रति भक्त की आस्था और भक्त के प्रति भगवान के प्यार का चित्रण किया गया। सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई रासलीला शाम 5 बजे तक चली।
रासलीला देखने के लिए जिला पंचायत सदस्य संध्या विपिन पण्डे, हर्षरराज सिंह,प्रेमी शिवहरे, राम जी सहित नायकपुरवा, इचौली, जिगनौड़ा, अखबई आदि गावों के ग्रामीण मौजूद रहे।
- एमडी प्रजापति