जगतपुर, रायबरेली , प्रतिभाएं कहां और किस हाल में छिपी होती है कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन दिखाई तब देती है जब वह किसी कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त करती हैं और उसमें उच्चतम शिखरतम अंक और स्थान हासिल करती है। ऐसी ही परीक्षा होती है यूपी बोर्ड की जो बेहद सख्त और सख्त और सख्त होती है सीसीटीवी की निगरानी और नकल रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध मतलब जो पास होगा वह खरा हीरा होगा।
मेधावी छात्र छात्राओं अभिभावकों और उनके कक्षा अध्यापकों उनके विषय शिक्षकों को 2024 की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने उच्चतम परिणाम देने के लिए राना बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर के कुशल प्रबंधक श्री हरचंद बहादुर सिंह ने फूल माला पहनाकर स्मृति चिन्ह भेंट करके मुंह मीठा कर आशीर्वाद दिया और कहा कि भविष्य में आने वाली परीक्षाओं में इससे भी उत्तम अंक और स्थान आप सभी लोग प्राप्त करें । कोई बाधा और कम्पीटिशन आपके मेहनत से बड़ी नहीं हो सकती है। आपके मेहनत के आगे बड़े से बड़े पहाड़ चट्टान तक झुक जाते हैं इतनी ऊर्जा आप सभी में है। आप निरंतर आगे बढ़ते रहें और सभी सफलताओं पर निरंतरता बनाए रखें।
कॉलेज के प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट श्री सत्येंद्र कुमार ने कहा कि कॉलेज के शिक्षकों और शिक्षिकाओं के निरंतर मेहनत और बच्चों के शत प्रतिशत मेहनत और उपस्थिति का परिणाम ही रिजल्ट होता है जो की 2024 यूपी बोर्ड की परीक्षा में सामने आया है। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी प्रवक्ता श्री अमरनाथ सिंह ने किया उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया। कहा कि यदि कक्षा अध्यापक बच्चों और अभिभावकों के बीच बराबर तालमेल बना रहता है तो बच्चे की शैक्षिक स्थिति पर लगातार निखार आता है और वह रोज के रोज नए परिणाम देने लगता है।अंग्रेजी प्रवक्ता अभिनेश सिंह ने भी अपने आशीष वचन में बच्चों को जीवन में निरंतर सफलता का सूत्र बताया कहा कि जीवन में धन समाप्त हो सकता है सबकुछ समाप्त हो सकता है सोना चांदी हीरा मोती सब समाप्त हो सकता है लेकिन यदि आप में बुद्धि है और आप बुद्धिमान है तो सब कुछ खोने के बाद भी आप सब कुछ पा सकते हैं अपनी बुद्धि से जो पढेगा वही आगे बढ़ेगा अपने आशीष वचन में उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य की ओर निरंतरता बनाकर आगे बढ़ना चाहिए।
श्री सिंह ने एक कविता के माध्यम से बच्चों में ऊर्जा भरी सभी बच्चों ने तालियां बजाई। हिन्दी प्रवक्ता अमिताभ द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि निरंतरता और तपस्या शिक्षा में सफलता का यही मूल मंत्र है उन्होंने एक गीत के माध्यम से अपनी बात रखी सभी बच्चों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। कॉलेज के गणित शिक्षक चंद्रभूषण पटेल ने 100 में 100 अंक लाने वाले एवं कुछ अंकों से पीछे रह जाने वाले बच्चों को बताया कि छोटी सी कमी हमारे एक प्रतिशत अंक को कम कर देती है लगातार यह प्रयास करना चाहिए कि बढ़कर मेहनत करें तो घटकर भी 90 प्लस तो आने निश्चित ही हो जाते हैं इसलिए मेहनत कभी भी कम नहीं करनी चाहिए।कॉलेज के अध्यक्ष महेश प्रताप सिंह ने भी बच्चों की इस सफलता का श्रेय शिक्षकों छात्रों और उनके माता-पिता को दिया।
कॉलेज के कुशल प्रबंधक पूर्व एसबीआई डायरेक्टर श्री हरचंद बहादुर सिंह ने कहा कि हमारे शिक्षकों द्वारा लगातार मेहनत की जाती है यह मेहनत और दुगनी गति से यदि की जाए तो आने वाले परिणाम में हम प्रदेश स्तर पर अपने बच्चों और शिक्षकों की दम पर और ऊंचा झंडा लहरा सकते हैं इसमें छात्र-छात्राओं के मेहनत के साथ अभिभावकों की मेहनत और सकारात्मकता होनी चाहिए। कहा की बच्चों के शिक्षा विकास के साथ ही उनकी पर्सनैलिटी क्वालिटी गुणवत्ता के लिए शिक्षकों से बराबर संपर्क बनाए रहना आवश्यक है इससे कोई भी बात छिपी नहीं होगी और कमियों का निष्कर्ष निकल निरंतर सुधार होगा। श्री सिंह के भतीजे सानिध्य सिंह ने भी अपने आशीष बचन में बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। बच्चों की इस सफलता का श्रेय उन्होंने शिक्षकों और शिक्षिकाओं बच्चों और उनके माता-पिता अभिभावको को दिया। मेधावी छात्र-छात्राओं सम्मान के इस मौके पर छात्र-छात्राएं उनके अभिभावक समाज के प्रतिष्ठित लोग कॉलेज के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विशेष रूप से पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव
राना बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर में मेधावी छात्र-छात्राओं का हुआ सम्मान
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