रायबरेली में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला

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किसानों ने भारत बंद का आवाहन किया था जिसका रायबरेली मिलाजुला असर देखने को मिला आपको बता देना किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी मांगों को पूरा ना होने की वजह से उन्होंने 8 दिसंबर को भारत बंद का आवाहन किया था तथा उन्होंने लगातार दो महीने से अपना धरना प्रदर्शन शुरू किए हैं लगातार किसान पुलिस की लाठियां खाने पर मजबूर हैं जो किसान लोगों को अन्न देते हैं और उन्हें अन्नदाता कहते हैं आज वह लाठियां खाने पर मजबूर हैं इस तरह किसान कब तक सड़कों पर भटकते रहेंगे और सरकार कब तक तानाशाही रवैया अपनाती रहेगा सरकार उनकी मांगों को लेकर झुकने को तैयार नहीं है भारत कृषि प्रधान देश है जहां पर लोग इन्हीं किसानों की वजह से जीवित हैं आज वही किसान अपने परिवार पालने के लिए मजबूर होते जा रहे हैं किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आवाहन किया और यह भारत बंद सुबह 11:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक किया जाएगा जिसमें किसान नेता ने बताया कि इसमें आम जनमानस को परेशान नहीं किया जाएगा क्योंकि सुबह 11:00 बजे से पहले सभी लोग अपने ऑफिस के लिए निकल जाते हैं और आपसे से वापसी का टाइम 4:00 बजे होता है इसलिए भारत बंद का टाइम सुबह 11:00 से शाम 3:00 बजे तक रखा गया है और इसमें कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद में किसानों का साथ दिया है 1988 में इसी तरह का किसान प्रदर्शन एक बार देखने को मिला था जहां पर सरकार को आखरी में झुकना ही पड़ा रिपोर्ट अभय प्रताप सिंह

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