गंगा सेतु निर्माण से पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
रायबरेली और फतेहपुर जिले के लिए सुगम होगा मार्ग
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने की थी घोषणा
लालगंज, रायबरेली। दो जनपदों को जोड़ने वाले यानि रायबरेली और फतेहपुर जिलों को जोड़ने वाले गंगा पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। जनपद और फतेहपुर जनपद को जोड़ने वाले पुल के निर्माण को लेकर कदम बढ़ चुके हैं।
इस गंगा पुल के बन जाने से रायबरेली जनपद के लालगंज तहसील के रालपुर क्षेत्र और फतेहपुर जनपद के भिटौरा क्षेत्र के लोगों यानी दोनों जिलों को आने जाने में सुगमता हो जाएगी। साथ ही गंगा पुल बन जाने से रालपुर पर्यटन क्षेत्र के रूप में भी विकसित हो जाएगा। निर्माण सामग्री पर नजर पड़ते ही लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा है।
उल्लेखनीय है कि उत्तरवाहिनी गंगातट के बलखंड़ी घाट पर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर स्थित हुसेनगंज कस्बे की चुनावी सभा में आए डिप्टी सीएम और तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गंगा सेतु बनने की घोषणा की थी।
चुनाव के बाद सेतु निर्माण का कार्य कागजों में दौड़ता रहा है। चार साल बाद तक धरातल में दिखाई न देने के कारण लोगों में तमाम तरह के कयास लगाये जाते रहे हैं।अचानक काम में तेजी दिखी तो लोग गदगद हो गए और उनके कयासों पर पूर्णविराम लग गया।
बताते चलें कि रालपुर में उत्तरवाहिनी गंगा बहती है,जिसका हिंदू धर्म में बहुत ही महत्व है। लेकिन घाट विकसित न होने के चलते श्रद्धालुओं को गंगा स्नान में भारी मुसीबत उठानी पड़ती है। गंगा पुल बन जाने से श्रद्धालुओं को सुविधा हो जाएगी।
वहीं भिटौरा घाट भी धाम के रूप में प्रसिद्ध है। हालांकि पुल का निर्माण भिटौरा के बलखंडी घाट (ओम घाट) से प्रारंभ हुआ है। गंगा पुल निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड की सेतु निर्माण इकाई कौशांबी के पास है।
गंगा पुल निर्माण कार्य के परियोजना प्रबंधक रोहित मिश्रा और सहायक अभियंता सुशील वर्मा,आर.के.एस. तोमर से मिली जानकारी के अनुसार यह गंगा पुल जनपद फतेहपुर के भिटौरा के बलखंडी घाट ओम घाट से बैरुवा होते हुए रालपुर घाट तक बनेगा। निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है।
उन्होंने बताया कि 26 नवंबर 2022 को शासन से गंगा पुल निर्माण कार्य की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति हुई थी। गंगापुल 1460 मीटर लंबा बनेगा। गंगा पुल निर्माण की लागत 11547 .91 लाख रुपए है।
परियोजना प्रबंधक ने बताया कि रायबरेली और फतेहपुर को जोड़ने वाला गंगा पुल अप्रैल 2026 में बनकर तैयार होगा।
पुल निर्माण के प्रारंभ में फतेहपुर जनपद के भिटौरा घाट और रायबरेली जनपद के रालपुर घाट स्थित बैरुवा में पक्की सड़क का निर्माण होगा।
कार्य बहुत तेजी से प्रारंभ हो गया है। अभी तक लोग फतेहपुर जाने के लिए घुमावदार रास्ते को अपनाकर गेगासों पुल से आवागमन करते हैं।अब यह दूरी कई किलोमीटर कम हो जाएगी।
सीधा और सुगम मार्ग के साथ व्यापार को भी मिलेगा बढ़ावा
फतेहपुर जनपद के लोगों को गंगा सेतु बनने से लाभ मिलेगा। गंगा उस पार बसे गांव अभी भी नाव के सहारे बाजार आदि करने आते हैं। गंगा कटरी में होने वाली सब्जी,खीरा,तरबूज,खरबूजा आदि को नाव के द्वारा इस पार लाते हैं। अब गंगा सेतु बन जाने से खासा लाभ मिलेगा। वहीं लोगों की जरुरतें भी कम समय और खर्चे में पूरी हो सकेंगी।
गंगा सेतु साबित होगा मील का पत्थर
अभी तक रालपुर का विकास खासा पिछड़ा हुआ है। उत्तरवाहिनी जैसे पौराणिक महत्व के बावजूद इस क्षेत्र में विकास की किरण खासी धुंधली है। गंगा कटरी का जीवन बहुत ही सादा और सादगी भरा है। इसके अलावा खानपान के होटल और अन्य व्यवसायिक दृष्टि से एक भी व्यापार नहीं है। वहीं बुद्धिजीवियों का कहना है कि गंगा सेतु का निर्माण होने से विकास को गति मिलेगी और यह गंगा सेतु क्षेत्रवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
- संदीप कुमार फिजा