रिटायर्ड फौजी पर पुलिसिया सितम की इंतहा, फौजी ने कहा मेरा वीडियो मुख्यमंत्री तक पहुंचाना

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गैर जिम्मेदार और विवादित दरोगा और उसके साथियों का कारनामा फौजी को बुरी तरह पीटा।

रायबरेली के डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के घोरवारा चौकी में बीती रात पूर्व फौजी को पुलिस ने जमकर पीटा उनके साथ हैवानियत ज्यादती की पराकाष्ठा पार की गई। पिटाई व थर्ड डिग्री दिए जाने के मामले में सवर्ण आर्मी संगठन के जिला अध्यक्ष ने पुलिस को चेतावनी दी है कि इस मामले में जल्द ही पुलिस के अधिकारी निष्पक्ष रूप से जांच करवाकर पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं तो बड़ा आंदोलन जिले में किया जाएगा।

आज इस मामले में परिजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय रायबरेली पहुंचे उन्होंने बेलगाम और विवादित दरोगा हिमांशु मलिक और उसके साथियों द्वारा किया गया अत्याचार का विवरण पुलिस अधीक्षक से साझा किया इस दौरान कई रिटायर्ड फौजी भी मौजूद रहे। पुलिसिया बर्बरता और दर्ज मुकदमों को परिजनों ने एसपी से दखल देने और उचित जांच करने की मांग की।

अध्यक्ष ने बताया कि मुझे जानकारी मिली है कि पटाखा खरीदारी के दौरान फौजी के बेटे के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। मामले की जानकारी जुटाने पूर्व फौजी गया था, जहां कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा बदसलूकी की गई। विरोध करने पर चौकी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने फौजी इंदर सिंह की बर्बरता से पिटाई की है। खुद को बचाने के लिए पुलिस ने फौजी के पास से लाठी डंडा सरिया, कट्टा और कारतूस की बरामदगी दिखाकर अधिकारियों को गुमराह किया है।

जिला अध्यक्ष ने बताया कि फौजी की पत्नी से मेरी फोन पर वार्तालाप हुई है, उन्होंने बताया कि घर में सिर्फ महिलाएं थीं। बिना किसी वारंट के पुलिस घर में घुसकर बच्चों को घसीटते हुए कमरों से ले गई है। कोई चौकी पर जाएगा तो लाठी, डंडा, सरिया और कट्टा लेकर नहीं जाएगा, यह पुलिस पर सवाल है। जिला अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि फौजी के साथ मारपीट करने वाले आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किसी अन्य सर्किल के सीओ से मामले की जांच करवाएं।

चौकी इंचार्ज ने मिल एरिया तैनाती के दौरान महिला की पेट में मारा था लात

गैर जिम्मेदार और विवादित दरोगा इससे पहले मिल एरिया थाने में तैनात था उसने वहां भी जमकर पुलिस की फजीहत करवाई थी। चर्चा इस बात की भी है कि जिले में सीनियर और काबिल जिम्मेदार इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर्स की मौजूदगी है उसके बाद भी इन्हें इंचार्ज बना दिया गया और इन्होंने गैर जिम्मेदारी का अपना रूप दिखा दिया एक छोटा सा मामला भी नहीं संभाल पाए दरोगा हिमांशु मलिक। अब घुरवारा में उसने क्रूरता और जघन्यत की सारी हदें पार कर दी। चौकी प्रभारी और उसके साथियों ने मानवाधिकार को ताक पर रखकर रिटायर्ड फौजी के साथ जुल्म किया।

रिपोर्ट- दुर्गेश सिंह

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