तो रोडवेज बस के इंतजार में यात्रियों में मची रही अफरातफरी।
लालगंज रायबरेली , भारत सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए संशोधन से नाराज ड्राइवरो ने मगंलवार की सुबह से रेलकोच फैक्ट्री के सामने एनएच 232 को जाम कर प्रदर्शन किया। हड़ताल के चलते रेलकोच के अधिकारियों को पैदल ऑफिस जाना पड़ा।
वही बस चालकों की हड़ताल के कारण यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। लालगंज से होकर लगभग 100 बसो का संचालन होता है। हजारों की संख्या में यात्री प्रत्येक दिन सफर करते हैं। चक्का जाम होने से यात्रियों में अफरातफरी का माहौल देखने को मिल रहा है। रेलकोच में काम करने वाले ड्राइवर बोले- यह काला कानून है। सरकार वापस ले अन्यथा हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं। रेलकोच के ड्राइवरो मोहित ,आशीष कुशवाहा, अजय प्रताप सिंह, ललित त्रिवेदी ,संजय गुप्ता, जयप्रकाश ,वीरेंद्र कुमार ,नीरज कुमार ,कमल पाल ,राहुल पाल ने बताया कि ज्यादातर ड्राइवर मुश्किल से अपना जीवन यापन कर पाते हैं, क्योंकि उनको कम पैसा मिलता है। ज्यादा पैसा ठेकेदार खा जाते हैं।
इसके अलावा कम तनख्वाह की नौकरी करने के बाद सरकार द्वारा बनाए गए कड़े नियमों को झेल पाना बहुत ही कठिन है। सरकार को इस पर पुर्नविचार करके कानूनों को वापस लेना चाहिए। मंगलवार की सुबह चालकों ने रेलकोच फैक्ट्री गेट के पास धरना प्रदर्शन किया जिसकी सूचना प्रशासन को लगते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। तत्काल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर प्रदर्शन बंद करवाया। चालकों का कहना है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी तब तक हम लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।
रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा
रेलकोच फैक्ट्री के प्राइवेट चालको ने किया धरना प्रदर्शन, पैदल पहुंचे अधिकारी आफिस
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