रायबरेली – 3 महीने के लाकडाउन की लंबी छुट्टी व्यतीत हो जाने के बाद दोबारा से शुरू हुए स्कूल में भी विभागीय कार्यों को संपादित ना करने वाले लापरवाह अध्यापकों पर बीएसए ने कार्यवाही करने का पूरा मन बना लिया है जिस के क्रम में जिले भर में औचक निरीक्षण भी शुरू हो गए हैं।
डलमऊ में मिली सबसे ज्यादा लापरवाही
एमडीएम के जिला समन्यवक विनय कुमार ने 27 अप्रैल को सुबह 8 बजे से ही विकास क्षेत्र में औचक निरीक्षण शुरू कर दिया, जिसमें डलमऊ विकासखंड में सबसे ज्यादा लापरवाही देखने को मिली।
प्राथमिक विद्यालय मखदूमपुर व पूर्व माध्यमिक विद्यालय मखदूमपुर में जिला समन्वयक एमडीएम ने औचक निरीक्षण किया तो विद्यालय में किसी भी छात्र की परिवर्तन लागत की धनराशि अब तक वितरित नहीं की गई थी, जिस पर प्राथमिक विद्यालय मखदूमपुर के प्रधानाध्यापक प्रकाश चंद्र यादव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मखदुमपुर की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका उषा पांडे, व सहायक अध्यापक दीनानाथ वर्मा पर कार्यवाही करते हुए अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने की संस्तुति की गई है तथा 2 दिन के अंदर समस्त साक्ष्यों सहित अपना स्पष्टीकरण देने के भी आदेश दिए गए, इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय मधुकरपुर प्राचीन में प्रधानाध्यापिका संध्या पाल, सहायक अध्यापक शैलेंद्र कुमार, सहायक अध्यापिका सीमा गिरी, शिक्षामित्र विजया यादव व श्यामा देवी तथा प्राथमिक विद्यालय सोहवल में सहायक अध्यापिका मंगल कुमारी व शिक्षामित्र अनीता को भी अग्रिम आदेश तक वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए गए हैं।
लालगंज व सतांव ब्लाक में भी जांच
एमडीएम समन्यवक ने लालगंज व सतांव ब्लाक में भी औचक निरीक्षण किया जहां खामियां पाए जाने पर प्राथमिक विद्यालय भुरकुशपुर में शशिकांती व सतांव ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अटौरा बुजुर्ग में प्रधानाध्यापिका रमाकांती देवी का भी वेतन रोकते हुए खामियों पर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट