लॉकडाउन में सामाजिक कार्यकर्ता ओम नयन ने गरीबों की सेवा कर इंसानियत की एक मिसाल पेश की

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कोरोना के समय जहां सभी लोग घर में बैठे हुए थे वही रायबरेली के दिशा इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर व सामाजिक कार्यकर्ता ओम नयन वह उनकी टीम द्वारा लॉकडाउन के दौरान गरीबों के मसीहा बन के सामने आये और गरीब लोगों को राशन तथा उनकी जरूरत की दवाइयां उपलब्ध करा कर एक इंसानियत का परिचय दिया जहां पर लॉकडाउन में लोग घर से निकलने में डरते थे वही ओम नयन की टीम रोड पर निकल कर जरूरतमंद लोगों की सेवा करते हुए नजर आए जब ओम नयन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करना मेरा परम कर्तव्य है क्योंकि आज जब हमारे गरीब भाई बहन मुसीबत में फंसे हुए हैं तो हमें उनकी सेवा करनी चाहिए तथा उन्होंने लोगों से अपील भी किया की आप लोग अपने घर में रहिए जब भी घर से बाहर निकलिए तो मास्क का प्रयोग जरूर करिए और सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करिए उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों ने अपनों को खो दिया है हम उनके अपनों को तो लौटा नहीं सकते लेकिन उनका कुछ दर्द हम जरूर बांट सकते हैं और हम उनके भाई और बेटा बनके उनके साथ जरूर खड़े रहेंगे इस लाक डाउन में उनके द्वारा किए गए कार्यों को हर तरफ लोग प्रशंसा कर रहे हैं और अपना मसीहा बता रहे हैं इस दौरान वह खुद को सुरक्षित रखा और लोगों के बीच में जाकर उनकी सेवाएं की उन्होंने समाज सेवा कर एक नई मिसाल पेश कर लोगों के बीच में एक चर्चा का विषय बन गया

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