खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की।
लोकपाल मनरेगा समाज शेखर ने पटटी के बारडीह ग्राम पंचायत के अति प्राचीन विराट धाम का धाम के मुख्य पुजारी वी0एस0 पाठक के आवेदन के क्रम में स्थलीय भ्रमण कर निरीक्षण किया।उनके साथ पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा सहित क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व गण मान्य नागरिक उपस्थित रहे। लोकपाल ने भ्रमण व निरीक्षण के पश्चात खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की है।
लोकपाल समाज शेखर ने पुरातत्वविद् के साथ प्राचीन विशाल टीले का भ्रमण किया। ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पुराने समय से उक्त टीला महाभारत कालीन राजा विराट की नगरी के रूप में जाना जाता है। इसी स्थल से जुडे दो स्थल महदहा तथा दमदम मध्य पाषाण काल संस्कृति के संरक्षित स्थल है। टीले के नीचे पूर्वी दक्षिणी किनारे पर महादेव भोले नाथ सहित विभिन्न देवी देवताओं की मूर्ति छोटी छोटी मन्दिरों में विद्यमान पाई गई। टीले के चारो तरफ प्राचीन झील के अवशेष तथा पूर्वी छोर पर तालाब व नाला स्थित है। टीले के उपर दक्षिण पश्चिम किनारे पर एक प्राचीन कुआं स्थित है जो अभी भी जीवन्त है। ग्रामीणों ने सलाह दी की उक्त कुंआ प्राचीन समय से यहां एक मात्र पेयजल का स्त्रोत रहा है इस कुंए को ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संरक्षित कराया जाए।
लोकपाल समाज शेखर ने निरीक्षण व सभी से चर्चा कर निम्नांकित निर्णय लिया कि विराट धाम के नाम से स्थित इस प्राचीन टीले तक ग्राम से जाने वाले एक मात्र मार्ग को मनरेगा तथा अन्य ग्राम विकास विभाग योजना द्वारा विकसित किया जाए। पटटी चांदा मुख्यमार्ग से उक्त टीले तथा धाम को सीधे सडक बनाकर जोडा जाए। ग्रामीणों के अनुसार उक्त मार्ग पर चकमार्ग पूर्व से दर्ज है। प्राचीन कुंए का संरक्षण व पुनरोद्धार मनरेगा तथा ग्राम्य विकास की अन्य योजनाओं द्वारा कराया जाए। साथ ही ब्लाक भूगर्भ जल परिषद् द्वारा उक्त कुंए का पंजीकरण कर संरक्षित भी किया जाए। प्राचीन नाले का प्रबन्धन तथा संरक्षण ग्राम पंचायत द्वारा तकनीकी कारणों तथा स्थानीय सुझाव व आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया जाए। आवश्यकतानुसार खुदाई व तालाबों से लिंकेज तथा चेकडैम आदि का निर्माण हो। सभी की मांग पर दर्ज तालाबी भूमि को नौका विहार हेतु विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया।आवश्यकतानुसार पौधरोपण तथा झाडी आदि की साफ सफाई आदि कराया जाए।
उपरोक्त समस्त विन्दुओं पर कार्यक्रम अधिकारी खण्ड विकास अधिकारी से लोकपाल समाज शेखर ने अपेक्षा कि है कि इस प्राचीन महत्व के स्थल विराट धाम के संरक्षण व विकास में ग्राम्य विकास विभाग तथा मनरेगा द्वारा आव्श्यक योजना बनाकर नियमानुसार कार्य कराया जाना आवश्यक प्रतीत होता है। लोकपाल ने जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा जिलाधिकारी महोदय एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा मुख्य विकास अधिकारी से आग्रह किया है कि उक्त प्राचीन स्थल के पर्यटन तथा पुरातात्विक संरक्षण व विकास तथा उत्खनन सर्वेक्षण आदि हेतु सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करने का कष्ट करें। जिससे उक्त प्राचीन स्थल का महत्व जनपद के महत्व को निरन्तर बढा सके।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से धाम के मुख्य पुजारी वी एस पाठक पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा विवेकानन्द पुरस्कार विजेता सुन्दम तिवारी योगी सेना के जिलाध्यक्ष दुर्गेश तिवारी विधायक पटटी के प्रतिनिधि प्रेम पटेल युवा नेता शिवा पाण्डेय सुरेन्द्र पटेल पृथ्वीराज गोपाल पाठक राजेश कुमार व बाल मुकुन्द यादव आदि शामिल रहे।
लोकपाल समाज शेखर ने पटटी के बारडीह ग्राम पंचायत के अति प्राचीन विराट धाम का भ्रमण व निरीक्षण किया
खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की
लोकपाल मनरेगा समाज शेखर ने पटटी के बारडीह ग्राम पंचायत के अति प्राचीन विराट धाम का धाम के मुख्य पुजारी वी0एस0 पाठक के आवेदन के क्रम में स्थलीय भ्रमण कर निरीक्षण किया। उनके साथ पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा सहित क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व गण मान्य नागरिक उपस्थित रहे। लोकपाल ने भ्रमण व निरीक्षण के पश्चात खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की है।
लोकपाल समाज शेखर ने पुरातत्वविद् के साथ प्राचीन विशाल टीले का भ्रमण किया। ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पुराने समय से उक्त टीला महाभारत कालीन राजा विराट की नगरी के रूप में जाना जाता है। इसी स्थल से जुडे दो स्थल महदहा तथा दमदम मध्य पाषाण काल संस्कृति के संरक्षित स्थल है। टीले के नीचे पूर्वी दक्षिणी किनारे पर महादेव भोले नाथ सहित विभिन्न देवी देवताओं की मूर्ति छोटी छोटी मन्दिरों में विद्यमान पाई गई। टीले के चारो तरफ प्राचीन झील के अवशेष तथा पूर्वी छोर पर तालाब व नाला स्थित है। टीले के उपर दक्षिण पश्चिम किनारे पर एक प्राचीन कुआं स्थित है जो अभी भी जीवन्त है। ग्रामीणों ने सलाह दी की उक्त कुंआ प्राचीन समय से यहां एक मात्र पेयजल का स्त्रोत रहा है इस कुंए को ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संरक्षित कराया जाए।
लोकपाल समाज शेखर ने निरीक्षण व सभी से चर्चा कर निम्नांकित निर्णय लिया कि विराट धाम के नाम से स्थित इस प्राचीन टीले तक ग्राम से जाने वाले एक मात्र मार्ग को मनरेगा तथा अन्य ग्राम विकास विभाग योजना द्वारा विकसित किया जाए। पटटी चांदा मुख्यमार्ग से उक्त टीले तथा धाम को सीधे सडक बनाकर जोडा जाए। ग्रामीणों के अनुसार उक्त मार्ग पर चकमार्ग पूर्व से दर्ज है। प्राचीन कुंए का संरक्षण व पुनरोद्धार मनरेगा तथा ग्राम्य विकास की अन्य योजनाओं द्वारा कराया जाए। साथ ही ब्लाक भूगर्भ जल परिषद् द्वारा उक्त कुंए का पंजीकरण कर संरक्षित भी किया जाए। प्राचीन नाले का प्रबन्धन तथा संरक्षण ग्राम पंचायत द्वारा तकनीकी कारणों तथा स्थानीय सुझाव व आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया जाए। आवश्यकतानुसार खुदाई व तालाबों से लिंकेज तथा चेकडैम आदि का निर्माण हो। सभी की मांग पर दर्ज तालाबी भूमि को नौका विहार हेतु विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया।आवश्यकतानुसार पौधरोपण तथा झाडी आदि की साफ सफाई आदि कराया जाए।
उपरोक्त समस्त विन्दुओं पर कार्यक्रम अधिकारी खण्ड विकास अधिकारी से लोकपाल समाज शेखर ने अपेक्षा कि है कि इस प्राचीन महत्व के स्थल विराट धाम के संरक्षण व विकास में ग्राम्य विकास विभाग तथा मनरेगा द्वारा आव्श्यक योजना बनाकर नियमानुसार कार्य कराया जाना आवश्यक प्रतीत होता है। लोकपाल ने जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा जिलाधिकारी महोदय एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा मुख्य विकास अधिकारी से आग्रह किया है कि उक्त प्राचीन स्थल के पर्यटन तथा पुरातात्विक संरक्षण व विकास तथा उत्खनन सर्वेक्षण आदि हेतु सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करने का कष्ट करें। जिससे उक्त प्राचीन स्थल का महत्व जनपद के महत्व को निरन्तर बढा सके।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से धाम के मुख्य पुजारी वी एस पाठक पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा विवेकानन्द पुरस्कार विजेता सुन्दम तिवारी योगी सेना के जिलाध्यक्ष दुर्गेश तिवारी विधायक पटटी के प्रतिनिधि प्रेम पटेल युवा नेता शिवा पाण्डेय सुरेन्द्र पटेल पृथ्वीराज गोपाल पाठक राजेश कुमार व बाल मुकुन्द यादव आदि शामिल रहे।
खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की
लोकपाल मनरेगा समाज शेखर ने पटटी के बारडीह ग्राम पंचायत के अति प्राचीन विराट धाम का धाम के मुख्य पुजारी वी0एस0 पाठक के आवेदन के क्रम में स्थलीय भ्रमण कर निरीक्षण किया। उनके साथ पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा सहित क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व गण मान्य नागरिक उपस्थित रहे। लोकपाल ने भ्रमण व निरीक्षण के पश्चात खण्ड विकास अधिकारी पटटी को मनरेगा तथा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं द्वारा मूलभूत सुविधाओं हेतु 6 विन्दूओं पर आवश्यक संस्तुति की है।
लोकपाल समाज शेखर ने पुरातत्वविद् के साथ प्राचीन विशाल टीले का भ्रमण किया। ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पुराने समय से उक्त टीला महाभारत कालीन राजा विराट की नगरी के रूप में जाना जाता है। इसी स्थल से जुडे दो स्थल महदहा तथा दमदम मध्य पाषाण काल संस्कृति के संरक्षित स्थल है। टीले के नीचे पूर्वी दक्षिणी किनारे पर महादेव भोले नाथ सहित विभिन्न देवी देवताओं की मूर्ति छोटी छोटी मन्दिरों में विद्यमान पाई गई। टीले के चारो तरफ प्राचीन झील के अवशेष तथा पूर्वी छोर पर तालाब व नाला स्थित है। टीले के उपर दक्षिण पश्चिम किनारे पर एक प्राचीन कुआं स्थित है जो अभी भी जीवन्त है। ग्रामीणों ने सलाह दी की उक्त कुंआ प्राचीन समय से यहां एक मात्र पेयजल का स्त्रोत रहा है इस कुंए को ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संरक्षित कराया जाए।
लोकपाल समाज शेखर ने निरीक्षण व सभी से चर्चा कर निम्नांकित निर्णय लिया कि विराट धाम के नाम से स्थित इस प्राचीन टीले तक ग्राम से जाने वाले एक मात्र मार्ग को मनरेगा तथा अन्य ग्राम विकास विभाग योजना द्वारा विकसित किया जाए। पटटी चांदा मुख्यमार्ग से उक्त टीले तथा धाम को सीधे सडक बनाकर जोडा जाए। ग्रामीणों के अनुसार उक्त मार्ग पर चकमार्ग पूर्व से दर्ज है। प्राचीन कुंए का संरक्षण व पुनरोद्धार मनरेगा तथा ग्राम्य विकास की अन्य योजनाओं द्वारा कराया जाए। साथ ही ब्लाक भूगर्भ जल परिषद् द्वारा उक्त कुंए का पंजीकरण कर संरक्षित भी किया जाए। प्राचीन नाले का प्रबन्धन तथा संरक्षण ग्राम पंचायत द्वारा तकनीकी कारणों तथा स्थानीय सुझाव व आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया जाए। आवश्यकतानुसार खुदाई व तालाबों से लिंकेज तथा चेकडैम आदि का निर्माण हो। सभी की मांग पर दर्ज तालाबी भूमि को नौका विहार हेतु विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया।आवश्यकतानुसार पौधरोपण तथा झाडी आदि की साफ सफाई आदि कराया जाए।
उपरोक्त समस्त विन्दुओं पर कार्यक्रम अधिकारी खण्ड विकास अधिकारी से लोकपाल समाज शेखर ने अपेक्षा कि है कि इस प्राचीन महत्व के स्थल विराट धाम के संरक्षण व विकास में ग्राम्य विकास विभाग तथा मनरेगा द्वारा आव्श्यक योजना बनाकर नियमानुसार कार्य कराया जाना आवश्यक प्रतीत होता है। लोकपाल ने जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा जिलाधिकारी महोदय एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक तथा मुख्य विकास अधिकारी से आग्रह किया है कि उक्त प्राचीन स्थल के पर्यटन तथा पुरातात्विक संरक्षण व विकास तथा उत्खनन सर्वेक्षण आदि हेतु सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करने का कष्ट करें। जिससे उक्त प्राचीन स्थल का महत्व जनपद के महत्व को निरन्तर बढा सके।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से धाम के मुख्य पुजारी वी एस पाठक पुरातत्वविद् प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा विवेकानन्द पुरस्कार विजेता सुन्दम तिवारी योगी सेना के जिलाध्यक्ष दुर्गेश तिवारी विधायक पटटी के प्रतिनिधि प्रेम पटेल युवा नेता शिवा पाण्डेय सुरेन्द्र पटेल पृथ्वीराज गोपाल पाठक राजेश कुमार व बाल मुकुन्द यादव आदि शामिल रहे।