लोगों में उबाल , आंदोलन की धमकी
बेलाताल ( महोबा )- बेलाताल कस्बे में बिजली मुसीबत बन गई है। जर्जर तार रोज टूट कर गिर रहे हैं तिस पर कम वोल्टेज ने बिजली उपभोक्ताओं को रूला डाला है। भीषण गर्मी से बेहाल वृद्ध , बीमार व बच्चे रात भर सो नहीं पा रहे हैं। बिजली की समस्या को लेकर माननीयों के उदासीन रवैये से लोगों की नाराजगी बढती जा रही है। कस्बे के लोग व्यवस्था से परेशान होकर अब धरना प्रदर्शन व आंदोलन की बात कर रहे हैं।
कस्बे में वोल्टेज 11000 के सापेक्ष महज 7000 ही आ रहा है। समस्या का निवारण करने के बजाए हरेक अफसर बड़े अधिकारी को लेकर अपना बचाव कर रहा है। कम वोल्टेज होने के कारण 33 केवी सब स्टेशन में रखी मुख्य मशीन में रोजाना तकनीकी खराबी आ जाती है।ओवरलोड होने के चलते मशीन के तमाम उपकरण रोजाना फुंक रहे हैं। बुधवार को मुख्य मशीन में आई तकनीकी खराबी को दूर करने के लिए महोबा से इंजीनियर को बुलाया गया।
जैतपुर कस्बे में जर्जर तार बड़ी समस्या बने हुए हैं। नरैयापुरा , बजरिया , चमन चौराहा , गेगुवापुरा व नयापुरा मेला मैदान में लगभग 3 किलोमीटर तार टुकड़ों टुकजों को जोडकर लगे हैं। 4 किलोमीटर लंबाई में बसे कस्बे में बिजली व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए महज 5 संविदा कर्मचारी तैनात हैं जो अकसर पूरी रात जागकर तार जोड़ते हैं।
अवर अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता तक सब समस्या से बेखबर बने हुए हैं। हालात यह हैं कि 16 के सापेक्ष महज 5 से 8 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। भीषण उमस व गर्मी में बच्चे बीमार व बूढ़े बेहाल हैं। बिजली न रहने से पूरी नींद न ले पाने के कारण तमाम लोग चिडचिडे व हिंसक होते जा रहे हैं। बदहाल बिजली व्यवस्था के कारण लोगों की सरकार के प्रति की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
विद्युतापूर्ति सुचारू न होने से वोल्टेज की कमी का असर पेयजलपूर्ति पर पड़ रहा है। मंगलवार को पूरी रात बिजली न रहने से बुधवार को पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। रात भर जागे लोग सुबह पानी के लिए कुओं व हैंडपंपों पर कतार लगाए लगाए रहे।
जैतपुर स्थित 33kv सब स्टेशन में जैतपुर , कुटरा व लमौरा फीडर के कुल 36 ग्रामों के लिए महज 9 कर्मचारी ही तैनात हैं। 40 हजार की आबादी वाले व 4 किलोमीटर लंबे जैतपुर कस्बे में 5 कुटरा फीडर के सारंगपुरा, अमानपुरा , पचारा , छतरवारा व कुटरा ग्रामों की बिजली व्यवस्था के लिए केवल एक कर्मचारी ही तैनात है। जबकि लमौरा फीडर के 29 ग्रामों के लिए महज तीन लाइन मैन ही तैनात हैं।
बिजली समस्या की शिकायत को कोई अफसर हो या जनप्रतिनिधि गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। वोल्टेज 11000 के सापेक्ष 7000 क्यों आ रहा है ? कोई पता करने को तैयार नहीं है स्कूलों व सीसी रोड के लिए निधि से करोड़ों से आसानी से रिलीज करने वाले माननीय जर्जर तारों को बदलने के लिए फूटी कौड़ी भी नहीं दी।
बिजली की समस्या के लिए कटिया धारक भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। नरैयापुरा , नयापुरा , बजरिया सहित कई मोहल्लों में तमाम असरदार लोग कटिया डालकर हीटर से खाना बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं। बिजली विभाग के जेई जयवीर सिंह के अनुसार समय समय पर बिजली चोरों की धरपकड चलती रहती है।