एमएलसी धर्मेंद्र राय ने दो दिनी दौरे पर आए सीएम योगी के समक्ष समीक्षा बैठक में राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी बनाने का प्रस्ताव रखा
वाराणसी: राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग संख्या-13 कई सालों से लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. यहां हर पल ट्रेन के रूप में यमराज खड़े दिखते हैं. दिन भर यह रेलवे क्रॉसिंग ज्यादातर बंद ही रहती है और दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रहती हैं.
आलम यह है कि क्रॉसिंग बंद होने के बाद भी लोग उसे पार करते हैं और रोज यहां हादसे को दावत देते हैं. इस रेलवे क्रासिग पर ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाने की मांग सालों से चल रही है. यह समय-समय पर यहां का बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनता रहा है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
यह रेलवे क्रॉसिंग तहसील राजातालाब और विकास खंड आराजी लाइन मुख्यालय से सटे जक्खिनी सह पंचकोसी मार्ग में पड़ती है. इस इलाके में बीस हज़ार से अधिक आबादी निवास करती है. इसे राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग के नाम से जाना जाता है. वैसे तो यह क्षेत्र राजमार्ग 19 और रिंगरोड से चंद कदमों की दूरी पर पर स्थित है, लेकिन इसकी दूरी एक रेलवे क्रांसिग की वजह से काफी बढ़ी हुई है.
यह क्रॉसिंग बनारस प्रयागराज रेलखंड पर है. इसी के चलते दिन भर यह रेलवे क्रॉसिंग ज्यादातर बंद ही रहती है, क्योंकि दिनभर एक के बाद एक ट्रेन यहां से गुजरती है और दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रहती हैं. आलम यह है कि क्रॉसिंग बंद होने के बाद भी लोग मजबूरन अपना समय बचाने के लिए इसे पार करते हैं और रोज यहां अपनी मौत को दावत देते हैं.
ओवरब्रिज और अंडरपास निर्माण में जगह की कमी
एमएलसी धर्मेन्द्र राय ने गुरुवार को वाराणसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी के समक्ष समीक्षा बैठक में इस मुद्दे को उठाया. सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सर्वे की बात भी सामने आई, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं. इसी बीच यहाँ के जहां अधिकांश नागरिक ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाने के पक्ष में हैं. लेकिन क्रासिग के किनारे 200 मीटर तक में जो मकान बने हैं.
वह लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि अगर ओवरब्रिज या अंडरपास भी बन गया तो उनके घरों का क्या होगा। ओवरब्रिज और अंडरपास निर्माण में सबसे बड़ी बाधा जगह की कमी है. इसी के चलते भी यहां ओवरब्रिज या अंडरपास बनाने को लेकर सरकार भी कोई कदम नहीं उठा पा रही है.
बच्चों को स्कूल-कॉलेज जाने में भी परेशानी
यहाँ के लोगों का कहना है कि क्रॉसिंग हर 20 व 30 मिनट बाद बंद हो जाती है. इससे न सिर्फ सामान्य लोगों को बल्कि बच्चों को स्कूल-कॉलेज जाने में भी परेशानी होती है. एक बार क्रासिंग पर जाम लगता है तो बना ही रहता है. इसीलिए लोग जान जोखिम में डालकर क्रासिग बंद होने के बाद निकलते रहते हैं. जाम से बचने के लिए बाइक वाले नीचे से बाइक निकालते हैं. इसलिए यहाँ के अधिकांश निवासियों की बाइक में साइड देखने वाले शीशे नहीं हैं, लेकिन हमारी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता