स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे जमीनी मुद्दों पर आगामी सरकार को सचेत होना होगा : पी वी राजगोपाल

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कैथी में दो दिन का कार्यकर्ता सम्मेलन सम्पन्न

जनहित के मुद्दों पर सरकार का समर्थन और जनविरोधी गतिविधियों पर सचेत करना कार्यकर्ता की जिम्मेदारी
स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, भूमि अधिकार और खेती जैसे मुद्दे चुनावों के केंद्र में हों.

वाराणसी: चौबेपुर (22/02/2022)
पूर्वांचल के 17 जिलों के सक्रिय सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों का दो दिवसीय सम्मेलन कैथी (भंदहाकला) स्थित आशा ट्रस्ट केंद्र पर आयोजित किया गया. जिसमे प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए वरिष्ठ गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता एवं एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक पी वी राजगोपाल ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब चुनावों में आम जनता के हित से जुड़े मुद्दे जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, खेती, भूमि अधिकार, सामाजिक सौहार्द्र, सामाजिक न्याय, सामजिक सुरक्षा आदि पर प्रायः चर्चा नही होती बल्कि जाति, धर्म, क्षेत्रीयता, नफरत आदि बातो को ही केंद्र में रखा जा रहा है. ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी अधिक हो जाती है कि वे लोगों को जागरूक करे और मतदाताओं को प्रेरित करें कि वे प्रत्याशियों से जमीनी मुद्दों पर संवाद करें और सोच समझ कर ही अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के बाद प्रदेश में जो भी सरकार बने हमारी जिम्मेदारी है कि जनहित मुद्दों पर सरकार का सहयोग और समर्थन तथा जनविरोधी कार्यवाहियों और वादाखिलाफी पर सरकार को सचेत करें. हमें सभी दलों के घोषणा पत्र में किये वादों को भी ध्यान रखना होगा जिससे हम आगामी वर्षों में उस पर किये गये अमल का स्वस्थ विश्लेषण कर सकें.
सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता को एक मध्यस्थ की भूमिका निभानी चाहिए एवं उसे जनता, जनप्रतिनिधि और नीति निर्माताओं के मध्य स्वस्थ संवाद स्थापित कर एक मानवीय, विकसित, बहुलतावादी और समृद्ध समाज की स्थापना में रचना और आंदोलन के माध्यम से अपना योगदान देना चाहिए.

सम्मेलन में प्रमुख रूप से राम कुमार, दौलत राम, बिन्दु सिंह, द्विजेन्द्र विश्वात्मा, साधु शरण शर्मा, महेशानंद भाई, देव प्रकाश चौबे, वीरेंद्र पाण्डेय, बिंदु सिंह, कपिल देव केसरी, लव कुश विश्वकर्मा, आहमेर सिद्दीकी, अम्बुज यादव, सावित्री, सुमित्रा, अंशुमान सिंह, राम जनम, मृत्युंजय राय, राम सहारे पाल आदि की प्रमुख रूप से भागीदारी रही.

धन्यवाद
द्वारा
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी

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