– मध्यप्रदेश पार कर छीर गाँव पहुँचा दी गई सरकारी सीमेंट ब्रिक्स
– सीतापुर में भी कई लोगों ने चुराकर अपने घरों में रखी
संदीप रिछारिया (वरिष्ठ संपादक)
चित्रकूट। देश कोरोना के भय से ग्रसित होकर घरों में कैद है।आदमी का रोजगार समाप्त हो रहा है। हालत यह है कि अब लोगों को मेहनत करने के बाद भी काम नही मिल रहा है।इस वजह से लोग चोरी चकारी का रास्ता भी अख्तयार करते दिखाई दे रहे है।वैसे जो मामला हम अब आपको बताने जा रहे है,वह मामला खुद के घर मे चोरी का है। वैसे तो यह मामला नया नही है क्योंकि पूरे देश मे लोग सरकारी नौकरी को उस लाटरी की तरह समझता है जिसमे आमदनी पगार से ज्यादा ऊपर की कमाई पर होती है।
यहां पर मामला नगर पालिका परिषद से सम्बंधित है। लाकडाउन के समय सरकार ने निर्माण कार्यो को तेज करने के आदेश दिए थे। काम तेजी से किए भी जा रहे है।लिहाजा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समय चित्रकूट में शुरू किए गए प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने का काम किया जा रहा है।
बेड़ी पुलिया से रामघाट बनने वाली फोर लेन सड़क के निर्माण के दूसरे चरण जयपुरिया तिराहे से रामघाट के निर्माण में नगरपालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा ब्रिक की चोरी की जा रही है। चोरी करने वाले कोई और नही पालिका के कर्मचारी ही है। कहने के लिए तो रामघाट के पास कामदगिरि भवन से ब्रिक निकालकर रैन बसेरा में लाने की बात की जा रही है, पर दिन भर में दस से पंद्रह ट्रैक्टर निकाले जाने पर रैन बसेरा कुल चार से 5 ट्रैक्टर ही पहुँच रहे है। इसमे नगर पालिका के सफाई नायक व ट्रैक्टर चालकों की भूमिका संदिग्ध है।