राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा)। विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए राज्य सरकारों के अनुरोध पर विशेष ट्रेनें चलाना प्रस्तावित है । उमरे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने सभी यात्रियों को सुझाव देते हुए कहा है कि जो भी यात्रा करना चाहता है, उसे संबंधित राज्य सरकार से संपर्क करना चाहिए। कोई भी व्यक्ति किसी भी रेलवे स्टेशन पर सीधे नहीं आये।
संरक्षा और परिचालन क्षमता एवं समय सारिणी व समय पालनता में लगातार सुधार हो रहा है। उमरे जीएम के अनुसार ८ अप्रैल से प्रारंभ हुई सेवाओं के अंतर्गत समयसारिणी बद्ध रूप से 342 पार्सल ट्रेनें चलाई गई हैं बीते 7 दिनों के दौरान उत्तर मध्य रेलवे में इनकी समयपालनता शत प्रतिशत रही। अब तक लगभग 190 टन पार्सल बुक किए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान 90000 टन से अधिक खाद्यान्न के लदान के साथ कुल माल लदान 8.2 लाख टन से अधिक है और उत्तर मध्य रेलवे ने मालगाड़ियों की औसत गति जो पहले 23 किलोमीटर प्रतिघंटा थी अब 50 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक है। यह देश में सबसे अच्छा सुधार है। उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे में विभिन्न कार्य स्थलों पर लगभग 100 पैडल संचालित सैनिटाइज़र / साबुन डिस्पेंसर और वॉश बेसिन लगाए गए हैं।
ट्रेन संचालन में संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे में लगभग 2280 किलोमीटर के ट्रैक का अल्ट्रासोनिक रूप से परीक्षण किया गया । लॉकडाउन के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे ने ट्रैक रिकॉर्डिंग मशीनों के डेटा के आधार पर समर्पित इनपुट के माध्यम से विभिन्न खंडों में गति को सामान्य स्तर पर बनाए रखा है।
आंतरिक रूप से अब तक लगभग 1.6 लाख रीयूज़ेबल फेस कवर, 8000 लैटर सैनिटाइजर और लगभग 2000 नग कवरॉल निर्मित किए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लगभग 80000 व्यक्तियों को पका हुआ भोजन प्रदान किया गया है, इसके अलावा पोर्टरों, सफाई कर्मचारियों, दैनिक मजदूरों, ग्रामीणों आदि के मध्य भी राशन वितरित किया गया है।