शायद सबके लिए बेहद जरूरी हैं यह बातें, पढ़ें वरिष्ठ पत्रकार की यह अपील

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न्यूजडेस्क – विश्व भर में कोरोना का कोहराम है, भारत में भी इस महामारी ने हजारों जानें ली हैं, लगभग चालीस हजार लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है, देश के पीएम मोदी ने अपील करते हुए देशवासियों से घर के रहकर लाकडाउन का पालन करने की अपील की है, यूपी की राजधानी लखनऊ से सटा वीवीआईपी जिला रायबरेली भी कोरोना की जद में आ गया है, जिले के वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र सिंह ने रायबरेली के लोगों से सोशल मीडिया पर महत्वपूर्ण अपील करते हुए कुछ अहम सावधानियां बरतने की बात कही है, आइये पढ़ें क्या लिखा है महेंद्र ने।

जनहित में अपील

महेंद्र ने अपनी फेसबुक वाल पर रायबरेली के लोगों से अपील करते हुए लिखा कि

जनहित में अपील
रायबरेली के आस्था चाइल्ड केयर नर्सिंग होम का नाम कल से चर्चा में आया जब वहां के डॉक्टर चंदेल की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई । जबकि उन्होंने अपनी जांच स्वेच्छा से प्राइवेट लैब से करवाई। क्या कम्युनिटी ट्रांसमिशन बढ़ेगा ये बड़ा सवाल सबके मन मे आ चुका है। वो भी इसलिए क्योंकि इस बीच उन्होंने कई सरकारी मीटिंग्स की। लगतार अपने नर्सिंग होम की इमरजेंसी में ठीकठाक फीस लेकर इलाज भी किया। उनके यहाँ काफी लोग भर्ती थे। बाकायदा हेल्थ सपोर्ट स्टाफ भी ड्यूटी कर रहा था। परिवार साथ मे रहा सो अलग। उस पर प्रशासन ने अपने यहां दबाव बना कर प्राइवेट डॉक्टरों की मीटिंग कर ट्रेनिंग भी करवा दी। अब हो सकता कि प्रशासन कहे कि किसी जमाती के सम्पर्क में आये बच्चे के इलाज की वजह से वो संक्रमित हुए या फिर अस्पताल में मीटिंग के दौरान कोरोना संक्रमितों का इलाज कर लौटे डॉक्टरों ने उन्हें ये बीमारी गिफ्ट की हो। लेकिन इस सब आरोप प्रत्यारोप के बीच मेरी आप सब से अपील है कि पिछले 20 अप्रैल 2020 से आज तक जितने भी लोगो ने उनसे इलाज करवाया हो या उनके सम्पर्क में आये हों वो तुरन्त देशहित जनहित में प्रशासन को इसकी जानकारी दें और खुद को कोरोन्टाइन करें। लोगो से स्वयं न मिलें। अगर उन्हें किसी तरह के प्रशासनिक कोरोन्टाइन का डर है तो ख़ुद की जिम्मेदारी समझते हुए अपनी जांच करवाएं। वरना यहां पर कम्युनिटी संक्रमण को कोई रोक नही पायेगा। जनपद के लोग रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल न जाएं बहुत जरूरी हो तब ही पहले फोन से सम्पर्क करें। अगर बीमारी में गम्भीरता हो तो ही निकले। समय है खुद को जागरूक कर के अपनी जान बचाने की।

इन सबके बीच अस्पताल में उनके साथ मीटिंग में मौजूद सभी डाक्टर्स एक बार फिर अपनी कोविड जांच करवाएं जिन्होंने सिर्फ पेन, कागज या चेयर भी साझा किया है वो भी। इस लड़ाई में जनता निश्चित उनके साथ रहेगी। जब सारे नर्सिंग होम बन्द है तो ये कैसे खुला। अस्पताल में मीटिंग में क्यों और किसने बुलाया इसकी जांच जरूरी है। लापरवाही करने वालो पर तत्काल एक एफआईआर की भी जरूरत है ताकि आगे से सिस्टम में जिम्मेदार लोग सतर्कता बरतें।

बेहतर होता कि प्राइवेट डॉक्टरों को अस्पताल बुलाने से पहले उनकी लोगो से मिलने की हिस्ट्री जांची गई होती। जरा सोचिए डॉक्टर ने पूरे जिले में किसका किसका इलाज किया ? किससे किससे मिले ? इन सवालों को छुपाने की जरूरत नही है क्योंकि कोरोना एक अदृश्य दुश्मन है इससे लड़ाई में हमे चौकन्ना रहना ही होगा। जरा सा चूके तो निश्चित ये वॉर करेगा और लपेट देगा। कई देश लापरवाही के अंजाम भुगत रहे हैं। चीन की बड़ी कम्पनी के संस्थापक ने बयान जारी कर कहा है कि इस वर्ष के प्रॉफिट में अगर आप अपनी जान बचा ले गए तो बड़ी उपलब्धि है। इसलिए घर पर रहिए, सुरक्षित रहिए।

साभार – वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र सिंह की फेसबुक वाल से

कल कोरोना पॉजिटिव हुए थे डाक्टर चंदेल

जिन डाक्टर डी एस चंदेल का जिक्र महेन्द्र सिंह ने अपनी पोस्ट में किया है, वह डाक्टर चंदेल जिले के प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञ हैं, और शहर के मधुबन मार्केट के पास आस्था चाइल्ड केयर नाम से निजी नर्सिंग होम संचालक हैं, कल शाम उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद से प्रशासन ने तमाम लोगों को क्वारेन्टीन सेंटर भेजा है।

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