शिक्षा उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक साधन – शशांक सिंह राठौर

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24 मई 2020 तक निजी विद्यालयों में मिलेगा मुफ्त प्रवेश

रायबरेली। आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं, परन्तु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो सके। शिक्षा हम सभी के उज्जवल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है। हम अपने जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों की सामाजिक और पारिवारिक सम्मान तथा एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है, यहीं कारण है कि शिक्षा हमारे जीवन में इतना महत्व रखती है। उक्त उद्गार असपा जिलाध्यक्ष शशांक सिंह राठौर ने राइट टू एजूकेशन के तहत निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीटों पर मुफ्त दाखिले की प्रक्रिया का लाभ समझाते हुए जनपदवासी के मध्य व्यक्त की। श्री राठौर ने कहा कि जनपदवासियों इस योजना का लाभ 24 मई तक प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009, 12(1) सी के तहत तीन वर्ष से सात वर्ष तक की आयु के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में कक्षा-1 से 8 तक निःशुल्क एडमिशन और निःशुल्क पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों के स्टेशनरी एवं ड्रेस आदि हेतु पाँच हजार रूपये खाते में आयेंगे, यदि किसी भी व्यक्ति के घर के पास अथवा किसी जरूरतमंद का तीन से सात वर्ष तक का बच्चा है तो उक्त सुविधा का लाभ प्राप्त कर बच्चे का भविष्य उज्जवलमय कर सकते हैं। श्री राठौर ने कहा कि नगरवासियों को प्राइवेट स्कूल में एडमीशन करवाने के लिए आॅनलाइन फार्म भरे जायेंगे तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए वेबसाइट से फाम का प्रिंट आउट निकालकर, भरकर बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में आवेदन जमा करके रिसिविंग अवश्य प्राप्त करें, अनु0जाति एवं पिछड़ी जाति के छात्रों के फार्म को पूर्ण करने के लिए जाति प्रमाण-पत्र, जन्म प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड/निवास प्रमाण-पत्र, बच्चे के फोटो की आवश्यकता होगी तथा सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए अभिभावक का आय प्रमाण-पत्र, जन्म प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड/निवास प्रमाण-पत्र एवं फोटो लगेगी। सामान्य वर्ग के छात्रों के अभिभावकों की वार्षिक आय एक लाख से कम होनी चाहिए।

असपा महामन्त्री शैलेश अवस्थी ने शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा लोगों के मस्तिष्क को उच्च स्तर पर विकसित करने का कार्य करती है और समाज में लोगों के बीच सभी भेदभावों को हटाने में मदद करती है। यह हमारी अच्छा अध्ययनकर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलू को समझने के लिए सूझ-बूझ को विकसित करती है। यह सभी मानव अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, देश के प्रति कर्तव्यों और दायित्वों को समझने में भी हमारी सहायता करती है। श्री अवस्थी ने अभिभावकों से अपील किया कि शासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही योजना का लाभ उठायें।

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