शिक्षा माफियाओं के हौसले बुलंद, टीसी ना देकर बकाया वसूली कर रहे

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  • कक्षा 9 और 11 में दूसरे स्कूलों से फर्जी रजिस्ट्रेशन का धंधा फल-फूल रहा है

  • टीसी न मिलने से एडमिशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं छात्र

रिपोर्ट – अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव

जगतपुर (रायबरेली)। ब्लॉक क्षेत्र में शिक्षा क्षेत्र के माफिया कोरोना काल में गरीब परिवारों के लिए आफत बने हुए हैं। जो बच्चे गत वर्ष पब्लिक स्कूलों में पढ़ते थे वह भी सरकारी स्कूल में आना चाहते हैं कम फीस होने के कारण लेकिन कक्षा 1 से 8 तक के प्रवेश में यह समस्या बहुत वीभत्स रूप धारण कर चुकी है। जिन अभिभावकों ने किसी कारण बस पब्लिक स्कूलों का बकाया शुल्क नहीं दिया या जो भी बकाया है, तो उस स्कूल के प्रबंधन तंत्र छात्र को टीसी देने को तैयार नहीं है। जिसको लेकर छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। स्थिति यहां तक हो गई है कि कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की पढ़ाई छुड़वाने का भी मन बना लिया है। क्योंकि अभिभावक तंग आ गए हैं स्कूलों के चक्कर काटते- काटते,क्षेत्र के एक सम्मानित विद्यालय में कक्षा 8 पास की टीसी एक छात्र को इसलिए देने से मना कर दिया क्योंकि छात्र ने पीछे का बकाया फीस नहीं दिया गरीब परिवार आखिर कहां से अत्यधिक बकाया फीस जमा कर पाएगा। यहां उच्च अधिकारियों की बात करें तो वह कान में तेल डालकर आराम कर रहे हैं। जबकि जुलाई – अगस्त माह में पब्लिक स्कूलों पर छापे मारे जाते रहे हैं। फर्जीवाड़ा और फर्जी रजिस्ट्रेशन रोकने के लिए जबकि इस वर्ष ऐसे अभियान बिल्कुल नहीं चले। इस कारण भी शिक्षा माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।

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