इचौली(हमीरपुर)
मौदहा विकास खण्ड के इचौली रेलवे क्रॉसिंग के पास मड़ी माता मन्दिर में 26वे शतचंडी महायज्ञ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को कथा व्यास पण्डित राजकुमार बाजपेयी जी ने प्रभु के वामन अवतार की कथा सुनाई।
कथा के बीच श्रीकृष्ण जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया। कहा कि एक दृश्य से हमारा पूरा आचरण बदल सकता है। इसलिए आंख और कान सभी पर नियंत्रण होना बेहद जरूरी है। नर्क से बचने का एकमात्र सरल तरीका है कि भागवत भजन। जो जीव भगवत भजन करेगा, जो भगवान के नाम में विश्वास रखता है वो आसानी से भव सागर से तर जाता है। भगवान पर जितना विश्वास करोगे उतना ही अच्छा है।
कथा के दौरान पण्डित राजकुमार बाजपेयी ने कहा कि सदा अपने नेत्र, श्रवण और वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। क्योंकि जैसा हम सुनते हैं, देखते हैं, ठीक वैसा ही आचरण करते हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप क्या देख रहे हैं, क्या सुन रहे हैं। देखना और सुनना अगर सुधरा हुआ हो, अच्छा हो तो व्यक्ति कभी गलत रास्ते पर नहीं जाएगा। जो उचित हो हमेशा वहीं देखो और सुनो। भगवान के नाम का आश्रय लो, सत्संग करो, वहीं हमारे साथ जाएगा।
पूर्व कैप्टन श्यामबाबू गुप्ता (गोवा)ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस पर भगवान कृष्ण की बाललीला, गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग का वृतांत सुनाया जाएगा।इस मौके पर रामविशाल गुप्ता,प्रताप सिंह, चून्नू सिंह,हर्षराज सिंह,अवधेश दुबे,रामपाल साहू प्रधान,रामौतार, छुट्टन तिवारी आदि