सलोन,रायबरेली।पारिवारिक सदस्य को कोई बीमारी या शारीरिक कष्ट होता है तो हम तुरंत उचित उपचार के लिए अस्पताल ले जाते है कि बीमार व्यक्ति यताशीघ्र उचित उपचार पाकर स्वस्थ हो जाए। परंतु जब अस्पताल जैसा स्थान स्वयं संक्रमित वस्तुओं एवं ख़तरनाक अवारा जानवरो का केंद्र बन जाए तो आप क्या करेंगे ,जली न दिमाग की बत्ती।
यह हाल है सलोन सीएचसी का जहा अगर आपको इलाज कराने जाना है तो कुत्ते का इंजेक्शन लेकर जाना है।क्योंकि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से यहां मरीज कम कुत्ते ज्यादा आते है।इस अस्पताल में महिला प्रसूति वार्ड नहीं है पूरी तरह सुरक्षित जिससे जच्चा बच्चा हो सकते हैं खतरनाक कटखने कुत्तों का शिकार।अस्पताल परिसर के बाहर आवारा कुत्तों का रहता है।बसेरा,कभी भी बड़ा हादसा हो सकता। किसी मासूम की जान तक जा सकती है।लेकिन अस्पताल या तहसील प्रशासन को इससे कोई लेना देना नही है।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट