रायबरेली
जिलाधिकारी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में चल रही अवैध प्लाटिंग मुंशीगंज बाई पास पर विकास प्राधिकरण का बुलडोजर गरजा। प्लाटिंग के लिए किया गया चिन्हांकन एवं चारदीवारी ध्वस्त कर दी गई। इसका अलावा कुछ प्लाटिंग बिना नक्शा स्वीकृत कराए की जा रही थी, जिसके बाद प्लाटिंग को नष्ट कर दिया गया।
जिले में अवैध प्लाटिंग का सिलसिला जारी है। नियमों को ताक पर रखकर शहर के दूरस्थ इलाकों में खेती की जमीन में प्लाटिंग की जा रही है। वह भी तब जब वहां न तो बिजली का इंतजाम है और न ही पानी का इंतजाम है। रामपुर विकास प्राधिकरण से भी कालोनी का नक्शा बिना पास कराए ही लोगों को प्लाट बेचे जा रहे हैं। बुधवार को ऐसी ही एक सूचना के बाद रायबरेली विकास प्राधिकरण की टीम मुंशीगंज बाई पास पहुंच गई, जहां कई बीघा जमीन पर प्लाटिंग की जा रही थी। इस प्लाट के पटान का काम चल रहा था। चारदीवारी भी बना दी गई थी। इसी ईंटों से प्लाटों का चिन्हांकन किया गया था। वही कई हरे पेड़ो को भी उखाड़ दिया गया था द्वारा छह बीघा जमीन पर प्लाटिंग की जा रही थी, जांच में पाया गया कि आरडीए से प्लाटिंग के लिए नक्शा तक पास नहीं कराया गया था। ऐसे में सिटी मजिस्ट्रेट व रायबरेली प्राधिकरण ने पुलिस बल के साथ प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया। सचिव ने बताया कि अवैध तरीके से प्लाटिंग हो रही थी, जिसकी वजह से कार्रवाई की गई है।वही मौके से दो लोगो को गिरफ्तार कर उन्हें थाना भेजा गया हैं।वही शहर के अन्य जगहों पर हो रही अवैध प्लाटिंग को भी ध्वस्त करने के भी आदेश दे दिए गए।
अनुज मौर्य रिपोर्ट