रायबरेली। क्षेत्र के जनई स्थित सीतारामन मंदिर के जीर्णोद्धार के नाम पर ठेकेदार द्वारा धन का बंदरबांट करने का मामला प्रकाश में आया है। जनई गांव निवासी धनंजय सिंह की शिकायत पर सीडीओ ने जांच सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता को सौंपी है।
बताते चलें कि क्षेत्र के जनई स्थित सीतारामन मंदिर के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के लिए पर्यटन विभाग ने करीब 70 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की। जिसमें मंदिर परिसर की बाउंड्री वॉल व पुरानी दीवालों की मरम्मत, मंदिर में टाइल्स लगाने सहित रंगरोगन होना था।
जनई गांव निवासी धनंजय सिंह ने सूबे के मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी सहित पर्यटन विभाग में शिकायत करते हुए ठेकेदार पर जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के नाम पर महज खानापूर्ति करते हुए बंदरबांट का आरोप लगाया था। मामले की जांच जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ ने सिंचाई विभाग के शारदा सहायक खंड 45 के अधिशाषी अभियंता को सौंपी है।
अधिशाषी अभियंता ने जिला पर्यटन/सूचना अधिकारी को पत्र लिखकर विभाग द्वारा स्वीकृत व अवमुक्त धनराशि का विवरण, प्राक्कलन रिपोर्ट, भुगतान होने पर व्यय पंजिका सहित काम कराने से पूर्व व काम कराने के दौरान के फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने, टेंडर नोटिस, शिकायतकर्ता द्वारा पूर्व में की गई शिकायतों पर कार्यवाही की प्रति मांगने के साथ ही साथ कार्य कराए जाने की निर्धारित मानक की प्रति मांगी है।
अधिशाषी अभियंता ने जिला पर्यटन अधिकारी को पत्र में सभी प्रपत्र शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग करते हुए स्थलीय निरीक्षण कराने के लिए लिखा है जिससे मामले की जांच आख्या शीघ्र प्रेषित की जा सके।
- अशोक यादव एडवोकेट