रिपोर्ट – राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी । गाँधी जयंती के अवसर पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की शुरुआत हो गयी। इस प्लांट के माध्यम से सीवेज वाटर को बायोलोजिकल ट्रीटमेंट करते हुए पुनः प्रयोग में लाया जायेगा। यह प्लांट आठ घंटे की एक पाली में 50 हजार लीटर पानी को पुन: प्रयोग लायक बनने की क्षमता रखता है। इस संस्थापन से पानी प्रदूषण तथा पानी की बर्बादी पर अंकुश लगेगा। ट्रीटेड वाटर सप्लाई पहले चरण में पश्चिम कॉलोनी स्थित 76 आवासों में गार्डनिंग हेतु प्रदान की जा रही है। जो की अगले चरण में टॉयलेट आदि प्रयोग हेतु उपलब्ध करायी जाएगी।
इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक द्वारा एक अतिरिक्त 50 हजार लीटर क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के संस्थापन कार्य का अवलोकन किया गया, गुलाम गॉस मार्ग स्थित यह प्लांट एक सप्ताह में तैयार हो जायेगा। इस प्लांट द्वारा ट्रीटेड पानी आरओएच डिपो में सप्लाई उपलब्ध कराएगा, तथा द्वितीय चरण में एम्एलआर वर्कशॉप से जुड़े 40 आवासों को भी सप्लाई उपलब्ध करा सकेगा। दोनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के दो पालियों में संचालन से 02 लाख लीटर पानी उपलब्ध हो सकेगा।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अवलोकन उपरान्त श्री माथुर द्वारा रेलवे आवासीय कॉलोनी का निरीक्षण किया तथा सफाई व्यवस्था से प्रसन्न होकर सम्बंधित इंजिनीयरिंग तथा चिकित्सा कर्मियों हेतु ग्रुप अवार्ड की घोषणा की। इसके उपरान्त उन्हौने पुलिया नंबर 09 स्थित RUB का निरीक्षण किया गया तथा आवश्यक सुधार हेतु निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (तकनीकी) अमित सेंगर, अपर मंडल रेल प्रबंधक दिनेश वर्मा, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) राजेश कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों उपस्थित रहे।