सूचना विभाग की सम्पत्ति को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर अपने कब्जे में ले प्रशासन- महेंद्रत्रिपाठी

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राम मंदिर आंदोलन के वरिष्ठ पत्रकार प्रेस क्लब अयोध्या के संस्थापक अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने जिलाप्रशासन से कई वर्षों से सूचना विभाग के सरकारी प्रेस क्लब भवन को अवैध कब्जेदारों से मुक्ति कराने की मांग की है जो सूचना विभाग की सम्पति है तथा उक्त भवन में पकड़ी गई अवैध कामर्शियल बुकिंग व करोड़ों की धनराशि की रिकबरी भी अवैध कब्जा करने वाले प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिविल लाइन फैज़ाबाद जनपद अयोध्या से करने को घोटाले की रकम वसूलने को कहा है जब कि प्रेस क्लब के पूर्व सचिव त्रियुग नरायण तिवारी सिद्ध आरोपी है पूर्व जिलाधिकारी श्री अनुज झा ने वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव की शिकायत पर तीन सदस्यीय कमेटी बना कर जांच कराई थी।

जिसमे डॉ मुरलीधर सिंह उप सूचना निदेशक सूचना विभाग अयोध्या मंडल व श्री आर पी सिंह सचिव अयोध्या विकास प्राधिकरण तथा अपर जिलाधिकारी वित्त राजश्व हप्रसाशन श्री गोरे लाल ने जांच में तत्कालीन प्रेस क्लब के सचिव त्रियुग नरायण तिवारी को करोड़ों रुपये का दोषी पाया औरअपनी जांच रिपोर्ट भी तत्कालीन जिलाधिकारी अनुज कुमार झा को दे दी फिर भी करोड़ों रुपये का दोषी तत्कालीन सचिव प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिविल लाइंस फैज़ाबाद के त्रियुगी नरायण तिवारी व उनकी पूरी टीम से धन रिकबरी करने का जो साशन में लंबित है तथा पूर्व सचिव त्रियुग नरायण तिवारी की पत्रकार मान्यता का भी नवीनीकरण पर भी रोक लगाई है प्रेस क्लब ने आरोप लगने पर उनके पद से अधिकारियों के तबादले के बाद से यह मामला ठंडा पड़ा गया है तथा प्रेस क्लब में शादी विवाह पार्टी आदि की कामर्शियल बुकिंग अनवरत आज भी जारी है जिसे रोकने के लिए सूचना विभाग व जिला प्रशासन आज तक नाकामयाब है।

इससे आहत होकर उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ में प्रेस क्लब अयोध्या के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिबिल लाईन फैज़ाबाद के खिलाफ याचिका दायर कर रखी है तथा अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेंटर जो दो वर्षों से बंद पड़ा है उसे खोलने की मांग की है जानकारी मिली है कि सूचना विभाग अपने को फंसता देख एक कमेटी जिसमे जिलाधिकारी को अध्यक्ष व सचिव सूचना विभाग को बना कर संचालन की योजना बना रही है और आज तक कमेटी की कोई मीटिंग नही की गई जब कि अभी तक प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिविल लाइंस फैज़ाबाद को कब्जे से बेदखल नही किया गया और न ही करोड़ों की घोटाले की रकम वसूली कर पाई है और न ही खाते सीज किये गए है इतना ही नही घोटाले बाज सचिव ने बहुत ही शातिर तरीके से सरकारी प्रेस क्लब भवन को नगर निगम अयोध्या में भी जालसाजी धोखाधड़ी करके प्रेस क्लब का नाम सरकारी अभिलेखों में दर्ज करा लिया है जिस पर तत्कालीन उप सूचना निदेशक डॉ मुरलीधर सिंह ने अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई है प्रेस क्लब अयोध्या के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने कहा है कि एक नियम एक कानून के तहत सूचना विभाग अंतरराष्ट्रीय मीडिया सेंटर का भी संचालन कराए जिससे पत्रकारों में गलत सनदेश न जाये और विवाद न बढ़े जब कि यह सम्पत्ति सूचना विभाग की जिसकी वह रक्षा नही कर पा रहा है।

जब कि प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग सिविल लाइंस फैज़ाबाद का सरकारी अभिलेखों में कहीं नाम ही नही दर्ज है जो प्रेस क्लब भवन निर्मित है वह अवध प्रेस क्लब उत्तरप्रदेश के नाम दर्ज है जिसके अध्यक्ष एस एन बागी व सचिव महेंद्र त्रिपाठी थे जिन्होंने वर्ष 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जब अयोध्या के जैन मंदिर में ज्ञानमती माताजी के जन्म शताब्दी समारोह में एक मांग पत्र प्रेस क्लब के निर्माण के लिए दिया था जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने मांग को स्वीकार कर दस लाख रुपये प्रेस क्लब के निर्माण के लिए दिया था न कि प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग तब से मामला चल रहा है मगर अब सरकारी अभीलेखों में सच्चाई सामने आ जाने से अधिकारी इस मामले से कन्नी काट रहे हैं सिर्फ इतना कह रहे है प्रेस क्लब करियप्पा मार्ग के पदाधिकारियों ने अवैध कब्जा कर रखा है शाशन में रिपोर्ट भेजी गई है जल्द ही सूचना विभाग की सम्पत्ति कब्जा करने वाले बेदखल होंगे और करोड़ों की घोटाले की रकम भी प्रशासन रिकबर करवाएगा विभाग तैयारी कर रहा है।

रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी

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