रायबरेली। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में पूर्व में व्यक्तिगत शौचालय व सामुदायिक शौचालय से आच्छादित किया गया है। अब ग्राम ठोस कचरा प्रबंधन व तरल कचरा प्रबंधन के साथ ग्राम में स्वच्छता का दृश्यता होना आवश्यक होगा।
जिला सलाहकार प्रेरित कटियार ने ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त पंचायत सहायकों प्रशिक्षित करते हुए बताया कि ग्राम स्तर पर समग्र स्वच्छता प्रचार प्रसार के 100 अंक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन 150 अंक ग्रे वाटर प्रबंधन 150 अंक व मलीय कचरा प्रबंधन के लिए 100 अंक निर्धारित होंगे जिनको एप द्वारा किया जायेगा।
राहुल सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत को पुरूस्कार हेतु जनसंख्या के आधार पर तीन वर्गो में प्रथम 2000 तक द्वितीय 2000 से 5000 तक तृतीय 5000 से अधिक पंचायतों को तीन स्तरो जनपद राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा जिसके लिए जनपद स्तर पर समिति द्वारा किया जायेगा।
सहायक विकास अधिकारी प्रणवीर प्रताप सिंह ने कहा कि विकास खण्ड से अधिक से अधिक ग्राम को स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रतिभाग कराते हुए सम्मानित कराया जाएगा। खण्ड प्रेरक शरद चन्द तिवारी को विकास खण्ड में व्यापाक प्रचार प्रसार व पंचायत सहायक के मध्य एक सेतु के समान कार्य निर्वहन हेतु निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर पंचायत सहायक स्वयं सहायता समूहों के अध्यक्ष ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
- अशोक यादव एडवोकेट