स्वास्थ्य कर्मियों का कार्य कर रहे जिला अस्पताल की सुरक्षा में तैनात गार्ड

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लापरवाह सीएमएस के  रवैये से परेशान जिला अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज और तीमारदार।

बाहर की दवाएँ लिखने एवं डॉक्टरों द्वारा प्राईवेट प्रैक्टिस एवं मरीजों से अवैध वसूली रोकने में नाकाम नजर आ रहे हैं जिला अस्पताल के सीएमएस।

महोबा , चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा  जिला अस्पताल की सुरक्षा लेकर  एक दर्जन से ज्यादा लोगों को सुरक्षा गार्डों  के पद पर तैनात किया गया था पर  सीएमएस की लाचार कर प्राणी की वजह से इन सुरक्षा गार्ड् को सुरक्षा के काम को छोड़कर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों के स्थान पर गार्ड से काम जिला अस्पताल में लिया जा रहा  हैं जिसके चलते मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिला अस्पताल की सुरक्षा के लिए किए गए सुरक्षा गार्ड बेमतलब साबित हो रहे हैं। क्योंकि जिन सुरक्षा गार्ड की भर्ती सुरक्षा गार्ड के लिए  की गई थी जिससे जिला अस्पताल पर हो रही आए दिन घटनाओं को रोका जा सके पर पर जिला अस्पताल के सीएम एस उन्हीं गार्ड से स्वास्थ्य कर्मियों का काम ले रहे हैं और उनको जिला अस्पताल के अलग-अलग कक्षाओं  पर बैठल कर स्वास्थ्य कर्मी की तरह काम लिया जा रहा है जिससे जिला अस्पताल में आए दिन मोटरसाइकिल चोरी से लेकर तमाम प्रकार की घटनाएं निरंतर हो रही है और सीएमएस हाथ पैर हाथ धरे कुंभकरण नींद पर सो रहे हैं इसलिए लगातार महोबा जिला अस्पताल समाचार पत्रों की सुर्खियों में बना रहता है।

गौरतलब हो कि बीते दिनों मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा जिला अस्पताल की सुरक्षा को लेकर 13 सुरक्षा गार्डों की भर्ती कर सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने का प्रयास किया गया था लेकिन सीएमओ का यह प्रयास जिला अस्पताल में तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की लचर कार्यप्रणाली के चलते बेमतलब साबित होता नजर आ रहा है। सीएमओ कार्यालय से जिला अस्पताल की सुरक्षा में भेजे गए सुरक्षा गार्ड जिला अस्पताल के दवा वितरण कक्ष में दवा वितरण एवं ओपीडी के बाहर स्थित कक्ष में कम्प्यूटर चलाते आपको देखने को मिल जाएंगे  जबकि ज्यादातर सुरक्षा गार्ड ड्यूटी से नदारद रहते हैं सिक्योरिटी गार्ड के पद पर ओंकार सिंह, रत्नेश कुमार सिंह, अमित कुमार, छोटेलाल, समीर, निशान्त श्रीवास, मनोज कुमार, रोहित सेन, रिशु कुमार, जाहिदा खातून, राजेन्द्र कुमार, प्रवीण कुमार एवं अब्दुल आलिम को भर्ती कर जिला अस्पताल की सुरक्षा में तैनात किया गया था लेकिन उक्त कर्मी अपने मूल काम जिला अस्पताल की सुरक्षा के साथ खिलबाड़ कर स्वास्थ्य कर्मियों का कार्य करते नजर आ रहे हैं। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी से दूरभाष में संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर था।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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